कीडाजडी का परिचयदरअसल ये जो कीड़ा जड़ी है जिसे Yarsagumba के नाम से भी जानते हैं ये एक प्रकार की फंगस होती है जैसे मशरूम भी एक फंगस है। जो औषधीय गुणों से भरपूर होती है । ये पहाड़ी क्षेत्रों में अपने आप से उग आती है । जब बर्फ पिघल जाती है तो वहां के लोग इसे इकठ्ठा कर लेते हैं और इसे सुखाकर बेच देते ह
बाढ ग्रस्त क्षेत्रों के किसान अपनाएं यह तरीका , होगा फायदाबाढ ग्रस्त क्षेत्र – जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्राकृतिक आपदाओं और कृषि का हमेशा से ही छत्तीस का आंकड़ा रहा है । कभी तेज आंधी तो कभी तेज बरसात कभी ओलावृष्टि तो कभी सूखा ये तमाम प्राकृतिक आपदाएं फसल को नष्ट कर देती हैं लेकिन बाढ़ एक ऐसी आपदा
शुद्ध केसर दुनिया में पाया जाने वाला सबसे महंगा पौधा है | इतना महंगा होने के कारण इसे लाल सोना भी कहा जाता है | केसर की खेती करना बहुत ही आसान और सरल है | केसर की फसल में ज्यादा मेहनत की आवश्कयकता नहीं होती | और साथ ही इसकी फसल अवधि भी 3 – 4 महीने का होता है | केसर की कीमत भी दिन – बदिन बढ़ते जा रहे
रेपुरा कश्मीर में अंगुर की खेतीरेपुरा नामक गांव के बारे में शायद आजकल के लोग नही जानते होगें। लालचौक कश्मीर से मात्र 25 किलोमीटर दुर बसा है यह खुबसुरत गांव। कभी इस गांव के चर्चे चीन, अफगानीस्तान और ईरान तक थे। इस गांव की मिट्टी में पैदा होने वाले अंगूर की मिठास और आका
एकड़ में मूँग फसल की लागत का पूरा हिसाब किताब -जमीन तैयार करने और बोने में ट्रेक्टर का डीजल 16 लीटर - 1120 रु.बीज का खर्चा (15 से 20 किलोग्राम) - 2000 रु.बीज उपचारित दवाई - 50 रुउर्वरक खाद (DAP)का खर्चा - 600 रु.कीटनाशक दवाई 4 स्प्रे का खर्चा - 3500 से 4000 रु.दवाई छिड़कने, पानी देने की मजदूरी - 15
पौधों के विकास की अवस्था में मिट्टी चढ़ाना काफी मायने रखता है। आज के लेख में जानें पौधों में मिट्टी चढ़ाने से क्या फायदा होता हैऔर इसे किस तरह से करते हैं। किसान भाइयों, पौधों को मिट्टीचढ़ाने से उनको हवा,
"कुंडलिया"खेती हरियाली भली, भली सुसज्जित नार।दोनों से जीवन हरा, भरा सकल संसार।।भरा सकल संसार, वक्त की है बलिहारी।गुण कारी विज्ञान, नारि है सबपर भारी।।कह गौतम कविराय, जगत को वारिस देती।चुल्हा चौकी जाँत, आज ट्रैक्टर की खेती।।-1होकर के स्वछंद उड़े, विहग खुले आकाश।एक साथ का है सफर, सुंदर पथिक प्रकाश।।सुं
मालवा के गाँवों से लौटकर मनीष वैद्यइंदौर, आपने शायद ही कभी सुना होगा कि बारिश के पानी को तिजोरी में रखा जाता हो, लेकिन मालवा के किसान अपने खेतों पर अब इसे चरितार्थ कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए बकायदा जमीन पर लाखों की पोलीथिन बिछाकर बार
उरुग्वे एक दक्षिण अमरीकी देश है जो ब्राज़ील के पास है, सबसे पहले हम आपको इस देश का झंडा और इसका राष्ट्रीय चिन्ह दिखाना चाहते है, ये देखिये इसका झंडा झंडे पर सूर्य बना हुआ है, अब देखिये इसका राष्ट्रीय चिंन्ह (जैसे भारत में अशोक स्तंभ है) देखिये राष्ट्रीय चिंन्ह पर घोड़ा
शिवराज सरकार के पशु चिकिसत्क डा.अजय सचान ने किसानो को कुत्ता कहा , दैनिक जागरण के पत्रकार से बात करते हुए डा. अजय ने कहा की किसान गली-गली घुमते है रमाकांत मिश्राटीकमगढ़ : प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी किसानो को देश का अन्नदाता कहते है और शिवराज सिंह चौहान किसानो के हित में बड़ी बड़ी बाते करते है लेकिन शि
हरित क्रांति---------------खाद्यान्न उत्पादनश्वेत क्रांति---------------दुग्ध उत्पादननीली क्रांति---------------मत्स्य उत्पादनभूरी क्रांति---------------उर्वरक उत्पादनरजत क्रांति---------------अंडा उत्पादनपीली क्रांति---------------तिलहन उत्पादनकृष्ण क्रांति---------------बायोडीजल उत्पादनलाल क्रांति