शिक्षा और संस्कृति
शिक्षण संस्थान ज्ञान के मन्दिर है मंदिर इसलिए कि ज्ञान से पवि= सृष्टि में और कुछ है ही नहीं।"न हिं ज्ञानेन सद`शं पवित्र मिह वि|ते। वेद कहता है कि ज्ञान और ब्रह्मा पर्यायवाची शंकराचार्य भी यही कहते है कि ब्रह्म ज्ञान मा= है। ज्ञान का आधार विद्या है। शिक्षित व्यक्ति ही किसी देश की संस्कृति और सभ्यता ह