kumar krushn
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kumar krushn की डायरी
ऐसा नही की जिंदगी मे कुछ बचा नही दर्द है, प्यास है, भूख है, दुख है.. दिल मे उदासी है आंाखो मे पानी है.. खाली जेब है अपनो का फरेब है.. ऐसा नही की जिंदगी मे कुछ बचा नही सुनी राहे है बची आहे है टुटे सपने है छुटे अपने है ऐसा नही की जिंदग
kumar krushn की डायरी
ऐसा नही की जिंदगी मे कुछ बचा नही दर्द है, प्यास है, भूख है, दुख है.. दिल मे उदासी है आंाखो मे पानी है.. खाली जेब है अपनो का फरेब है.. ऐसा नही की जिंदगी मे कुछ बचा नही सुनी राहे है बची आहे है टुटे सपने है छुटे अपने है ऐसा नही की जिंदग
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