अस्तित्व
सितारों, आज कहां छुपे हो?गुंफित से फिर नहीं दिखे होचमक दिखी न दिखा वो नूरकैसे भैया चकनाचूर?~~~~~नहीं दिखेंगे अब से तुमकोक्या मिलेगा हमसे सबकोतिमिर गया न गया वो अंधेरासूरज से ही होत सवेरा !~~~~~~करो न अपने दिल को छोटाछोटे से बढ बनते मोटासूरज भी इक तारा हैतुमसे नहीं वो न्यार