निःशुल्क
ब्रम्हांड की संपूर्ण रचना निःशुल्क हैं । सभी रचनाएं एक- दूसरे पर आश्रित हैं और प्रकृति की सभी रचनाओं का अपनी आवश्यकता के अनुसार उपभोग करने का प्रयास करते है । जिसके परिणाम स्वरूप यह सृष्टी संचालित होत