इस बार 8 जून को दक्षिण भारत में मॉनसून पहुंचा है। सामान्य स्थिति में 30 जून तक दिल्ली पहुंचता है। ऐसे में देखना यह होगा कि क्या दिल्ली पहुंचने में भी एक हफ्ते की देरी होगी या समय पर मॉनसून पहुंचेगा। वहीं, 20 जून को ये गुजरात के आंतरिक इलाकों, मध्य प्रदेश के मध्य हिस्सों और उत्तर प्रदेश में दस्तक देगा. 30 जून को यह राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब पहुंचेगा और आगे बढ़ते हुए आठ जुलाई तक मॉनसून पूरे देश में पहुंच जायेगा.मॉनसून आखिरकार गुरुवार को केरल (Monsoon Reach Kerala) के तट पर पहुंच गया. इससे भारत में बारिश के मौसम की शुरुआत हो गई. 1 जून की सामान्य तिथि के मुकाबले सात दिनों की देरी से मॉनसून पहुंचा है. मॉनसून की धमाकेदार एंट्री, 19-20 जून को इन राज्यों में होगी जोरदार बारिश के साथ हो चुकी है।
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है. यह पहली बार है जब गर्मी पड़ रही है. प्रदेश के कई जिलों में धूप के साथ लू चलने लगी है. मौसम विभाग IMD की माने तो यूपी में बारिश इसी महीने 22 जून 2023 दिन गुरुवार से शुरू होगी.
मानसून पूर्वानुमान डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि 1996-2013 की अवधि के वर्षा औसत की तुलना में भारत को 25 मिलीमीटर (मिमी) की मानसून कमी का अनुभव होगा। दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल भारतीय उपमहाद्वीप से कुछ हफ़्ते दूर है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 22 और 23 जून के लिए ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 22 को प्री मानसून और जून के अंतिम सप्ताह में मानसून के दस्तक देने के संभावना है।
हम सभी मानसून आगमन से मौसम का आनंद भी लेते हैं और सभी सहयोग भी करते हैं कुदरत के मानसून आगमन का हम सभी मानव जीवन पर प्रभाव पड़ता हैं। आओ हम सभी कुदरत के साथ साथ मानसून आगमन का पूर्वानुमान से जुड़े रहें और मानसून आगमन पर हम सभी सतर्क भी रहे।