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साँसे भी तुझसे चल रही,जैसे मेरा दिल तुझमें धड़कता हो रूह से तुम कुछ यूँ मिली हो,जैसे रब दिखता हो,हर एहसास में तुम हो,जैसे दिल तुम्हे ही लिखता हो...Read Complete poem here..Lovelorn Poetry: Rishtaa | Infinite Love