काश!
मैं तुम्हारा मोबाइल होती। तुम संभाल कर रख लेते मुझे, अपने दिल के पास वाली
जेब में, हर पल मुझको देखा करते, हर पल मुझको चाहा करते, देखा करते मेरा चेहरा, देर रात तक, भी तुम मुझमें बस खोए रहते, काश! मैं तुम्हारा मोबाइल होती। तुम ख्याल रखते मेरी छोटी छोटी जरूरतों का, तुम ख्याल रखते मेरे वालपेपर का, मेरी बदलती तस्वीरों का, तुम रोज वक्त निकाल, बैठ ही जातें मेरे लिए, वक्त वक्त पर डिलिट कर देते, सब गैर जरूरी फाइलें, ये गैर जरूरी उम्र घटा देते हैं, खास रिश्तों की, जो तुम्हारे साथ गुजारने के लिए जरूरी थे, बस वहीं हम ठहरे रहते। काश! मैं तुम्हारा मोबाइल होती। जब भी कभी तुमको तबीयत खराब लगती मेरी, तुम अपडेट कर देते मुझे, नई उम्मीदों से, नए इरादों से, तुम फिर से हल्का कर देते मुझे,मेरी परेशानियों से, तुम समझते मुझे, और फार्मेट कर देते मेरी सब परेशानियां, काश! मैं तुम्हारा मोबाइल होती। कहीं जाने से पहले, तुम ढूंढते मुझे सबसे पहले, तुम अपने साथ, मुझे ले जाना ना भूलते, और सहेज कर रख लेते, चुपके से अपनी जेब में, तुम अपनी जरूरी चीजों में रख लेते ,चार्जर मेरी ताकत लौटाने के लिए, मुझे हंसने, खिलखिलाने के लिए हर संभव कोशिश करते, तुम जो चुराते लम्हे, वो भी रखते मुझ में ही सहेज कर, अपनी हर छोटी-बड़ी खुशियों का ठिकाना बना लेते मुझे, काश! मैं तुम्हारा मोबाइल होती, जैसे तुम वजह, बेवजह ले आते हो अपने मोबाइल का कवर, और सजाते हो उसे, बेहद प्यार से, रखते हो संभाल कर, बड़े आराम से, वैसे ही तुम, मुझे सोचते, ना सोचते जमाने के लिए, और ले आते रौनकें, अपने चेहरे की मुस्कान से मेरे चेहरे पर, काश! मैं तुम्हारा मोबाइल होती, तुम संभाल कर रख लेते मुझे, अपने दिल के करीब, दिल के पास वाली जेब में... काश! मैं तुम्हारा मोबाइल होती।