छोटी छोटी बातें ही अक्सर बड़े गहरे घाव देते हैं।
रेत की ज़मी पर कांटेदार पेड़ भी छांव देते हैं।
भूलने को तो भूल जाए सब कुछ पर सच है कि।
जख्म ही अक्सर हमें संवार देते हैं।
दिखती नही चोट मगर छलनी कर देती है।
खामोशियां किसी की जब नजर से वार कर देते हैं।