shabd-logo

मन्दिरों को पितृ स्थान बनने से बचाएं माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी

28 मार्च 2022

61 बार देखा गया 61

 

article-image

आज उत्तर प्रदेश में धर्म का राज है .ऐसे में सरकार द्वारा मंदिरों को पुनरुद्धार के लिए अनुदान दिया जा रहा है .फलस्वरूप मंदिरों को लेकर राजनीति और छीना-झपटी का समय चल रहा है .जैसे भी हो ,मंदिरों में कब्जे के लिए हिंदुओं का एक विशेष वर्ग काफी हाथ-पैर मार रहा है .साथ ही एक और षड्यंत्र उस विशेष वर्ग ने किया है और वह है मंदिरों में अपने पूर्वजों के स्थान स्थापित कर मंदिरों पर अपने कब्जे दिखाने की ओर , उस पर तुर्रा ये कि इस तरह मंदिरों में भक्तों का आवागमन बढ़ेगा , मतलब ये कि अब भगवान् के दर्शन के लिए भी भक्तों को बहाने चाहिए और इसके लिए वे अपने घर के कुंवारे मृत पूर्वजों की अस्थियों की राख को मंदिर की जमीन में दबायेंगे ,उनकी जयंती ,बरसी या श्राद्ध में उन्हें श्रृद्धासुमन अर्पित करने आएंगे और तब थोड़ा समय निकालकर भगवान् के दर्शन कर उन्हें भी कृतार्थ कर देंगे और ये पूर्वजों के स्थान भी ओरिजिनल रूप से नहीं वरन अपनी उन जमीनों से स्थानांतरित कर ,जिन्हें अपने क्षेत्र को छोड़कर जाने के लिए बेचकर नोट कमाने हैं  और जो वर्षों पहले खेतों की मिट्टी में दबकर भूमि में समाहित हो चुके हैं , से मंदिर में लाये जायेंगे .

              पवित्र पुण्य धाम हरिद्वार [उत्तराखंड] के निवासी पंडित सत्यनारायण जी के अनुसार मंदिरों में पूर्वजों के स्थान स्थापित करना उन्हें श्मशान बना देना है और अगर हम वास्तु शास्त्र का अध्ययन करते हैं तो उसमें साफ लिखा है कि मंदिर के शीर्ष पर स्थापित कलश और ध्वजा जहाँ तक दिखाई देती है वह सब क्षेत्र मंदिर की परिधि में आता है और यदि हम मंदिर तक नहीं भी पहुँच सकते हैं किंतु मंदिर के कलश और ध्वजा का बहुत दूर से भी दर्शन कर प्रभु को नमस्कार करते हैं तब भी प्रभु दर्शन का पुण्यफल हमें प्राप्त होता है .मंदिर के कलश ध्वजा दिखाई देने की यह परिधि एक धर्मक्षेत्र होता है ,जिसमे कोई भी धर्मविरुद्ध कार्य करना घोर पाप की श्रेणी में आता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि उस क्षेत्र में परमात्मा का प्रभा मंडल अधिक सक्रिय रूप में उपस्थित होता है. 

     आप अगर वास्तुशास्त्र का अध्ययन करते हैं तो आप पाएंगे कि घर के मंदिर तक में पूर्वजों की तस्वीर तक रखना मंदिर में नकारात्मक ऊर्जा को प्रविष्ट करता है ,ऐसा कहा गया है ,जबकि घर के मंदिर में तो भगवान् की प्राण-प्रतिष्ठा भी नहीं की जाती ,फिर क्यों इस तथ्य पर विचार नहीं किया जा रहा है कि जहां हमने भगवान को प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित किया है, हम वहां उनके बराबर में मृत शरीरों की अस्थियों की राख को दबाकर उन्हें क्यूँ असहज कर रहे हैं, क्यूँ वहां नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश द्वार खोल रहे हैं, क्यूँ मन्दिर को श्मशान बना रहे हैं?

             ऐसे में, सम्मानीय योगी आदित्यनाथ जी से विनम्र निवेदन है कि धर्म के राज में अधर्म न होने दें और मन्दिरों की पवित्र भूमि पर पूर्वजों के स्थान स्थापित किए जाने पर रोक लगाने के लिए कानून लाने की कृपा करें और जिन परिवारों ने मंदिरों में अपने पूर्वजों के स्थान दबंगई दिखाकर स्थापित कर लिए हैं उन्हें निश्चित समय में हटाने के लिए सरकार द्वारा नोटिस जारी किए जाएं क्योंकि ये पितृ स्थान स्थानीय मान्यताओं के अनुसार परिवारों द्वारा अपनी निजी भूमि में बनाए जाते हैं और ये व्यक्तिगत आस्था का विषय हैं इस तरह से मंदिरों की सार्वजनिक भूमि में इनका स्थापित किया जाना इन्हें जनसाधारण की पूजा का पात्र बना देता है जिसका बाद में पता चलने पर जिनके ये पितृ स्थान होते हैं और जो अनदेखी या अज्ञानता मे इन्हें पूजते हैं दोनों पक्षों के मध्य में घोर रोष की वज़ह बन जाता है. इसलिए मंदिरों में परिवारों के पितृ स्थानों पर रोक लगनी चाहिए साथ ही जो मन्दिर की देखरेख करने वाले या मन्दिर के ट्रस्ट या कमेटी के लोग ऐसी अनाधिकृत चेष्टा करते हैं उन्हें दण्डित भी किया जाना चाहिए.

       शालिनी कौशिक एडवोकेट

       अध्यक्ष

       मंदिर महादेव मारूफ शिवाला

       कांधला धर्मार्थ ट्रस्ट (रजिस्टर्ड) 



32
रचनाएँ
AdvocateShalini2
0.0
शालिनी कौशिक एडवोकेट को लेखन से आत्मसंतुष्टि मिलती है और ये पेज इस भाव को ही अभिव्यक्त करता है.
1

खंडपीठ /चेंबर /आर्थिक मदद /आरक्षण वकीलों को कुछ तो दें योगी जी

25 मार्च 2022
0
1
0

      माननीय योगी आदित्यनाथ जी ने आज उत्तर प्रदेश के दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है. जहां एक ओर योगी आदित्यनाथ जी ने अपने पिछले कार्यकाल में पुलिस और प्रशासन का बेहतर तरीके से

2

कैराना स्थित जनपद न्यायालय ही हो शामली जनपद का मुख्य न्यायालय

26 मार्च 2022
1
2
0

   2011 में 28 सितंबर को शामली जिले का सृजन किया गया. तब उसमें केवल शामली और कैराना तहसील शामिल थी. इससे पहले शामली और कैराना तहसील मुजफ्फरनगर जनपद के अंतर्गत आती थी. कुछ समय बाद शामली जिले में

3

मन्दिरों को पितृ स्थान बनने से बचाएं माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी

28 मार्च 2022
1
1
0

  आज उत्तर प्रदेश में धर्म का राज है .ऐसे में सरकार द्वारा मंदिरों को पुनरुद्धार के लिए अनुदान दिया जा रहा है .फलस्वरूप मंदिरों को लेकर राजनीति और छीना-झपटी का समय चल रहा है .जैसे भी हो ,मंदिरो

4

व्यापारी वर्ग "पाप से घृणा" का उदाहरण प्रस्तुत करता

4 अप्रैल 2022
1
2
1

2 अप्रैल 2022 से विक्रम संवत 2079 का आरंभ होता है. चूंकि संवत की शुरूआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में नवरात्रों से होती है और नवरात्र के व्रतों में हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा कुट्टू के आटे का ही प्र

5

अंदोसर शिवालय कांधला विश्व धरोहर घोषित हो

18 अप्रैल 2022
0
1
0

  18 अप्रैल को विश्व विरासत दिवस के रूप में मनाया जाता है. पुरसीवाडा (पंजाब) से आए पंडित रामचंद्र जी के तीन पुत्रों हकीम शिवनाथ जी, पंडित शिव प्रसाद जी और पंडित शिव सिंह जी द्वारा वर्ष 1800 म

6

वकीलों का ड्रेस कोड

19 अप्रैल 2022
0
1
0

  प्रत्येक पेशे का एक निश्चित ड्रेस कोड होता है जो एक पेशे से जुड़े हुए लोगों की पहचान से गहरा ताल्लुक रखता है. यही ड्रेस कोड आम जनता में सफेद शर्ट, नेक बैंड और काले कोट पहने व्यक्ति के लिए तुरंत

7

शास्त्र सम्मत विधान पर रहें हिन्दू युवा

22 जुलाई 2022
2
1
0

     10 जुलाई 2022 उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लुलु ग्रुप द्वारा एक मॉल खोला जाता है जिसका उद्घाटन करने मॉल में पहुंचते हैं उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्य मंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, जिन्हें

8

रितिका का प्यार और लिव-इन / भारतीय संस्कृति को झटका

23 जुलाई 2022
1
0
0

रितिका सिंह - एक फैशन ब्लॉगर - जिसे उसके पति आकाश गौतम ने आगरा में उसके अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से फेंककर मार डाला और यह पति रितिका का खुद चुना हुआ था, प्रेम विवाह किया था दोनों ने और य

9

वाह रे प्रेम विवाह

23 जुलाई 2022
0
0
0

 गाजियाबाद जिले के वसुंधरा के सेक्टर-15 में शुक्रवार दोपहर प्रापर्टी डीलर विकास मीणा ने अपनी बैंक मैनेजर पत्नी काम्या (40) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। आरोपी पति ने पत्नी पर 20 से ज्यादा चाकू

10

मोदी योगी और वेस्ट यू पी हाई कोर्ट खंडपीठ

24 जुलाई 2022
0
0
0

        1979 से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता हाई कोर्ट बेंच के लिए आंदोलन कर रहे हैं किन्तु रह रह कर आंदोलन डूबता ही जा रहा है और राजनीतिक हल्कों में यह चर्चा जन्म ले लेती है कि वकील अभी

11

हमारे शिवालय - सिद्ध पीठ पुश्तैनी शिवालय अंदोसर मंदिर, कांधला

25 जुलाई 2022
0
0
0

   कर्ण दल की नगरी कांधला के नाम से प्रसिद्ध कस्बे में उत्तर दिशा में पुरसीवाडा (पंजाब) से आए पंडित रामचंद्र जी के तीन पुत्रों हकीम शिवनाथ जी, पंडित शिव प्रसाद जी और पंडित शिव सिंह जी द्वारा

12

हाय रे औरतों की बीमारी

26 जुलाई 2022
0
0
0

  कवि शायर कह कह कर मर गए-   ''इस सादगी पे कौन न मर जाये ए-खुदा,' '''न कजरे की धार,न मोतियों के हार,न कोई किया सिंगार फिर भी कितनी सुन्दर हो,तुम कितनी सुन्दर हो.'       'पर क्या करें आज की

13

नारी शक्ति सिरमौर - कोई माने या न माने

27 जुलाई 2022
1
0
0

''कुछ लोग वक़्त के सांचों में ढल जाते हैं ,कुछ लोग वक़्त के सांचों को ही बदल जाते हैं ,माना कि वक़्त माफ़ नहीं करता किसी कोपर क्या कर लोगे उनका जो वक़्त से आगे निकल जाते हैं .''   नारी शक्ति को लेकर ये पंक

14

पश्चिमी उत्तर प्रदेश केंद्रीय संघर्ष समिति की कमजोरी उजागर

28 जुलाई 2022
0
0
0

गुरुवार को कानून और न्याय मंत्रालय ने राज्यसभा को सूचित किया कि भारत में किसी भी उच्च न्यायालय की कोई नई पीठ स्थापित करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। डॉ समसित पत्र (सांसद) ने निम्नलिखित प्रश्न पूछे:

15

तलाक ऐसे भी........

29 जुलाई 2022
1
0
0

     तलाक कहूं या विवाह -विच्छेद ,बहुत दुखद होता है किन्तु बहुत सी शादियां ऐसी होती हैं जिनमे अगर तलाक न हो तो न पति जी सकता है और न पत्नी ,बच्चों के तो कहने ही क्या ,ऐसे में तलाक आवश्यक हो जाता

16

बेटी का हक - भाभी का अधिकार

30 जुलाई 2022
1
0
0

   यूँ तो ये एक आम घटना है, हमारे समाज की यह घर घर की सच्चाई है. या तो ननदें भाभी को खा जाती हैं या भाभी नन्द का जीना, घर में रहना मुश्किल कर देती है और ये सब तब जब सभी बेटियां होती हैं. ये एक आम

17

बेटी का हक - भाभी का अधिकार

30 जुलाई 2022
0
1
0

   यूँ तो ये एक आम घटना है, हमारे समाज की यह घर घर की सच्चाई है. या तो ननदें भाभी को खा जाती हैं या भाभी नन्द का जीना, घर में रहना मुश्किल कर देती है और ये सब तब जब सभी बेटियां होती हैं. ये एक आम

18

पति बेचारा नहीं

31 जुलाई 2022
1
0
0

ये तो सभी जानते हैं कि यदि पति या पिता अपनी पत्नी या सन्तान का भरण पोषण नहीं करते तो वे गुजारा भत्ता मांग सकते हैं किन्तु ये कुछ ही लोग जानते होंगे कि पति भी गुजारा भत्ता मांग सकता है और हिन्दू वि

19

मौत

1 अगस्त 2022
0
0
0

दरिया-ए-जिंदगी की मंजिल मौत है , आगाज़-ए-जिंदगी की तकमील मौत है . ............................................................... बाजीगरी इन्सां करे या कर ले बंदगी , मुक़र्रर वक़्त पर मौ

20

गरिमा से जीने का अधिकार - संविधान

2 अगस्त 2022
0
1
0

मौलिक अधिकारों की रक्षा नहीं की तो खत्म हो जाएगा संविधान का मह्त्व - सुप्रीम कोर्ट  साथ ही एक अन्य फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में शादी समारोहों में फिर से डीजे की धुन पर थिरकने का रा

21

खंडपीठ वेस्ट यू पी में आएगी.... तब - जब......

3 अगस्त 2022
0
0
0

 एजाज रहमानी ने कहा है कि -  अभी से पाँव के छाले न देखो,  अभी यारों सफर की इब्तदा है.  वेस्ट यू पी में हाई कोर्ट बेंच की मांग करते करते वकीलों को 4 दशक से ऊपर हो गए हैं किन्तु आंदोलन कभी

22

मृत्यु कालीन कथन - एक मजबूत साक्ष्य

4 अगस्त 2022
1
0
0

साक्ष्य अधिनियम की धारा 32 में वे दशाएं बताई गयी हैं जिनमे उस व्यक्ति द्वारा सुसंगत तथ्य का किया गया कथन सुसंगत है जो मर गया है या मिल नहीं सकता इत्यादि ,और ऐसे में जो सबसे महत्वपूर्ण है वह है ध

23

योगी जी कैराना में स्थापित करें जनपद न्यायालय शामली

5 अगस्त 2022
0
0
0

       2011 में 28 सितंबर को शामली जिले का सृजन किया गया. तब उसमें केवल शामली और कैराना तहसील शामिल थी. इससे पहले शामली और कैराना तहसील मुजफ्फरनगर जनपद के अंतर्गत आती थी. कुछ समय बाद शामली जिले

24

हर पुरुष मन.....

6 अगस्त 2022
0
1
0

अधिकार  सार्वभौमिक सत्ता  सर्वत्र प्रभुत्व  सदा विजय  सबके द्वारा अनुमोदन  मेरी अधीनता  सब हो मात्र मेरा  कर्तव्य  गुलामी  दायित्व ही दायित्व  झुका शीश  हो मात्र तुम्हारा  मेरे हर अध

25

अधिवक्ता समुदाय एक बार फिर सर्वोच्च शिखर पर

7 अगस्त 2022
0
0
0

    6 अगस्त 2022 को देश के 14 वें उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ जी का चयन मात्र एक राजनीतिज्ञ, एक किसान पुत्र की ही जीत नहीं है बल्कि यह एक बार फिर अधिवक्ता समुदाय का भारतीय राजनीति मे

26

सियासत के काफिले

8 अगस्त 2022
0
1
0

हमको बुला रहे हैं सियासत के काफिले , सबको लुभा रहे हैं सियासत के काफिले . ..................................................... तशरीफ़ आवरी है घडी इंतखाब की, दिल को भुना रहे हैं सियासत के काफ

27

मुस्लिम विधि और महिला

10 अगस्त 2022
0
0
0

विधि भारती -शोध पत्रिका में प्रकाशित भारतीय संविधान की राजभाषा हिंदी है और देश में हिंदी भाषी राज्यों या क्षेत्रों की बहुलता है भारत में निम्न राज्य हिंदी भाषी क्षेत्रों में आते हैं -बिहार ,छत्तीसग

28

अधिवक्ता सुरक्षा कानून

11 अगस्त 2022
0
1
0

वकीलों की सुरक्षा के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया प्रतिबद्ध है और इसीलिए अधिवक्ता सुरक्षा कानून के ड्राफ़्ट को बीसीआई ने मंजूरी दे दी है. बीसीआई ने इस ऐक्ट का प्रारूप तैयार कर सभी राज्यों की बा

29

राखी - एक भावना

12 अगस्त 2022
0
0
0

राखी एक भावना भाई - बहन के प्यार की बचपन के दुलार की बहन बांधेगी एक धागा मीठा खिलायेगी और भाई बहन को देगा उपहार जिसमें छिपा होगा उसका प्यार बचपन में बस इतना ही है राखी का त्योहार अब

30

लड्डू नहीं है शादी

13 अगस्त 2022
0
0
0

  ''शादी करके फंस गया यार ,     अच्छा खासा था कुंवारा .'' भले ही इस गाने को सुनकर हंसी आये किन्तु ये पंक्तियाँ आदमी की उस व्यथा का चित्रण करने को पर्याप्त हैं जो उसे शादी के बाद मिलती है .आज तक सभी

31

फ़लक पर आज फहराए

14 अगस्त 2022
1
1
0

तिरंगा शान है अपनी ,फ़लक पर आज फहराए , फतह की ये है निशानी ,फ़लक पर आज फहराए . ............................................... रहे महफूज़ अपना देश ,साये में सदा इसके , मुस्तकिल पाए बुलंदी फ़लक

32

मार पति को और तब भी ले ले भरण पोषण

15 अगस्त 2022
0
0
0

पति द्वारा क्रूरता से तो सभी वाकिफ हैं और उसके परिणाम में पति को सजा ही सजा मिलती है किन्तु आनंद में तो पत्नी है जो क्रूरता भी करती है तो भी सजा की भागी नहीं होती उसकी सजा मात्र इतनी कि उसके पति

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए