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ख़ाली पन बहुत अखरता है जीवन की गोधूलि बेला में,सबकुछ पीछे छूट गया है जीवन की इस मेला में,इतना खाली कुछ भी न होताजितना खाली होता एक भरा हुआ मन ,अंदर तक सन्नाटा पसरा न है कोई कदमों की आहट
किसी का सहाराकिसी का सहारा बन कर साथ दे पाओ तो बेहतर हैउजाले में तो सभी मिलते हैं गले,अंधेरों में साथ दे पाओ तो बेहतर हैकुछ लोगों को नहीं है दरकारकिसी कीमती तोहफे कीइस भागती दौड़ती दुनिया मेंउन्ह
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<p>दिल घबराये तो खुद को एक किस्सा सुना देना</p> <p>जिंदगी कितनी भी मुश्किल क्यों न हो मुस्कुरा देना&