दिल घबराये तो खुद को एक किस्सा सुना देना
जिंदगी कितनी भी मुश्किल क्यों न हो मुस्कुरा देना
आसानी से सबकुछ हासिल हो तो उसकी कदर कहां
जरूरी है कुछ पाने के लिए कुछ गंवा देना ।
जाहिर है मुसीबतों में साथ कोई अपना नहीं देता
चुप रहना बेशक आंख से एक कतरा बहा देना ।
शिकायतें सिर्फ दिल मैला करतीं हैं और कुछ नहीं
आंसा है गले मिलकर सबकुछ भूला देना ।
बीते हुए दौर की बीती बातें याद कर क्या हासिल प्यारे
क्या ज़रूरी है कल की याद में आज अपने को सज़ा देना ।
कुछ कमियां हम सबमें है ये जानते है हम
बहुत बड़ी बात है किसी के ऐब को छुपा लेना ।
मंजू ओमर
झांसी