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दिल घबराये

6 नवम्बर 2021

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दिल घबराये तो खुद को एक किस्सा सुना देना

जिंदगी कितनी भी मुश्किल क्यों न हो मुस्कुरा देना 

आसानी से सबकुछ हासिल हो तो उसकी कदर कहां

जरूरी है कुछ पाने के लिए कुछ गंवा देना ।

जाहिर है मुसीबतों में साथ कोई अपना नहीं देता

चुप रहना बेशक आंख से एक कतरा बहा देना ।

शिकायतें सिर्फ दिल मैला करतीं हैं और कुछ नहीं 

आंसा है गले मिलकर सबकुछ भूला देना ।

बीते हुए दौर की बीती बातें याद कर क्या हासिल प्यारे

क्या ज़रूरी है कल की याद में आज अपने को सज़ा देना ।

कुछ कमियां हम सबमें है ये जानते है हम 

बहुत बड़ी बात है किसी के ऐब को छुपा लेना ।

मंजू ओमर 

झांसी

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ममता

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बहुत सुन्दर सृजन

6 नवम्बर 2021

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दिल घबराये

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बहुत जिये उनके लिए

6 नवम्बर 2021
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