साथ ही कम उम्र में बच्चे की मां बनने से ब्लड का रिसाव हो गया है।
और फिर चारों तरफ से रोने-बिलखने का मातम सा छा गया।
काली बादल छठ चुके थे ।बरसात भी बंद हो चुकी थी। शायद बरसात को भी बुलबुल की जिंदगी रास नहीं आ रही थी।
घर से चलने पर बुलबुल के मन में कितने सपने कितने अरमान थे।
शायद किसी बुलबुल के जीवन में फिर से ऐसा ही अंधेरा छाने वाला था।
कुछ दिनों बाद मंगू विस्ता उठाकर स्कूल की तरफ जाता। हुआ दिखाई दे रहा था। गलती का एहसास उसके माथे पर साफ नजर आ रहा था।
प्रिय, पाठको बुलबुल के जीवन में आए सैलाब मैं गलती किसकी थी।
कृपया कमेंट करके जरूर बताएं।