यह किताब लेखक की पहली प्रेम कहानी पर आधारित है , जब लेखक दसवी कक्षा में था । वह नायिका से अपने प्रेम का इजहार करना तो चाहता है , लेकिन कभी कहने की हिम्मत नही जुटा पाता। सही मायने में तो लेखक को प्रेम समझ ही नही आता है कि वह नायिका से प्रेम करता है , यह लेखक की बड़ी ही रोचक कहानी जो लेखक के अड़ियल और दबंग स्वभाव को भी दर्शाती है ।