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मोहन शर्मा के बारे में

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मोहन शर्मा की पुस्तकें

मोहन शर्मा के लेख

अपना कोई वक्त पर काम ना आया है़

17 सितम्बर 2021
2
1

<div>अपना कोई भी जब वक्त पर काम ना आया है़ ..</div><div>तौ सहारों ने बेसहारा जीने का हुनर सिखा

दिल जिसे दिया उसी ने तोड़ा

16 सितम्बर 2021
3
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<div>दिल टूटने का ग़म कभी नहीं हुआ मुझको ..</div><div> दर्द बस यही कि जिसे दिया उसी ने तोड़ा ..</

दीवाना सैंकड़ों में पहचाना जायेगा

16 सितम्बर 2021
5
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<div>ईश्क कोई किससे कितना छुपायेगा ..</div><div>दीवाना सैंकड़ों में पहचाना जायेगा ..</div>

कोई अपना होता तौ रोकते

15 सितम्बर 2021
8
0

<div>मैंने भी उसे रोका नहीं जाने से ...</div><div>कोई अपना होता तौ रोकते ..</div>

हम क्या करें ..🌹🌹

15 सितम्बर 2021
7
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<div>मौत आने से पहले तुम ये बता दो हम कैसे मरें ...</div><div>ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या

हर कोई तोड़ देता था

14 सितम्बर 2021
7
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<div>दिल कांच सा था तौ हर कोई तोड़ देता था ...</div><div>पत्थर हो गया तौ अब कोई टकराता नह

हर कोई ईश्क करने पे उतारू क्यूं है़ ...

14 सितम्बर 2021
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<div>ईश्क में सभी बरबाद हुऐ हैं आज तक मोहन ..</div><div>फ़िर भी हर कोई ईश्क करने पे उतारू क्यू

उसका अपना बाबू भूँखा ही सो जाता है़..

13 सितम्बर 2021
8
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<div>वो जो ऑनलाइन दूसरों के बाबूओं को जिमाता है़ ..</div><div>उसका ख़ुद का बाबू बेचारा भूँखा ही

किसी के साथ जीने के लिये

13 सितम्बर 2021
7
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<div>किसी के साथ जीने के लिये ..</div><div>पहले मुझे उस पर मरना पड़ा ...</div>

करवटें बदलते रहे सारी रात हम

12 सितम्बर 2021
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<div>किससे कहते ये अपने दिल की बात हम ..</div><div>इसलिए करवटें बदलते रहे सारी रात हम ...</div

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