शिक्षा या साक्षरता
मुख्यतः हम जनसाधारण शिक्षा व साक्षरता में अंतर करना नहीं जानते. किसीके शिक्षित होने या न होने का मापदंड उसके उपलब्ध किये हुए डिग्री से समझते हैं. जिसने जितनी ज़्यादा उच्च शिक्षा प्राप्त की हो वह उतना ही दूरदर्शी और सुलझे हुए विचारों का होगा, हम ऐसा समझते हैं.