इस स्कूल में चलता है बैंक, पॉकेट मनी बचाकर छात्र जमा करते हैं पैसे
इस स्कूल में चलता है बैंक
बैंक से ऐसे निकाल सकते हैं पैसा
- सपना के मुताबिक, पैसा निकालने का कोई दिन तय नहीं है, छात्र जब चाहे बैंक से अपनी जरुरत के हिसाब से पैसा निकाल सकता है। पैसा निकालने के लिए छात्र को एक सादे कागज पर अपना नाम, पता और धनराशि की जानकारी देनी होती है।
- पैसा निकालने से पहले छात्रों को प्रिंसिपल शशि मिश्रा से मिलकर अपनी जरुरत को बताना पड़ता है। कारण पढ़ाई से जुड़े होने पर ही छात्रों को पैसा निकालने की अनुमति दी जाती है। प्रिंसिपल की परमिशन के बाद मैनेजर उस पर्ची पर साइन कर देता और क्लर्क छात्र को धनराशि दे देता है। रुपए निकालने और जमा करने के बाद पासबुक में इंट्री भी की जाती है।
पैरेंट्स बोले- बच्चों की बदल गई आदत, अब फालतू खर्च नहीं करते पैसे
- प्रिंसिपल शशि मिश्रा ने बताया- साल 2008 में कटारी के शंकरपुर गांव में इस स्कूल प्रदेश सरकार ने खुलवाया था। शुरुआत में यहां सिर्फ 17 छात्र-छात्राओं ने एडमिशन लिया था। आज के समय में स्कूल में 172 स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं।
- स्कूल के आसपास करीब 4 गांव मिलाकर 12 से 14 हजार की आबादी है, जिसमें ज्यादातर गरीब परिवार हैं।
- स्कूल में पढ़ने वाली संध्या के पिता मेघनाथ कहते हैं- मुझे जब इस मनीबैंक के बारे में पता चला, तो थोड़ा अटपटा लगा। लेकिन जब बेटी ने बताया कि वो अपने पॉकेट मनी को बैंक में जमा करेगी और पढ़ाई की जरुरत के लिए रुपए निकाल सकेगी, तो खुशी हुई।
- सबसे अच्छी बात ये है कि इस स्कूल से निकलने के बाद छात्रों को उनका पूरा जमा रुपया वापस कर दिया जाता है, जोकि आगे की पढ़ाई में काम आता है। पहले बेटी अपनी पॉकेट मनी को फालतू चीजों को खरीद कर उड़ा देती थी। लेकिन अब वह पैसे बचाने लगी है।
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