कानपुर.यूपी के कानपुर शहर की सीसामऊ विधानसभा साल 1974 में पहली बार अस्तित्व में आई। तब पहली बार शिवपाल बाल्मीकि ने कांग्रेस का परचम लहराक्या था। इस विधानसभा सीट पर साल 5 बार कांग्रेस और 3 बार बीजेपी का कब्जा रहा, जबकि 2012 में पहली बार सपा ने अपनी जगह बनाई। आगे पढ़िए पूरा मामला...
- साल 1974 में बना यह विधानसभा सीट साल 2007 तक एससी के लिए सुरक्षित सीट था, लेकिन साल 2012 में इसे सामान्य सीट में तब्दील कर दिया गया।
- साल 2012 में परिसीमन के बाद आर्यनगर विधानसभा से कौशलपुरी, दर्शनपुरवा, सूटरगंज, चुन्नीगंज, कर्नलगंज, रायपुरवा, सीसामऊ, गांधीनगर, नसीमाबाद और बांनांपुरवा जैसे इलाके इस विधानसभा में आ गए।
क्या है जातीय समीकरण
- इस विधानसभा में नए परिसीमन के बाद वोटरों के समीकरण भी बदल गए। वर्तमान में यहां कुल वोटरों की संख्या 2714113 है, जबकि साल 2012 में यह संख्या 257725 थी।
- वहीं मुस्लिम वोटरों की संख्या करीब 80 हजार के आसपास है, दलित वोटरों की संख्या करीब 35 हजार, ब्राह्मण 55 हजार, कायस्थ 20 हजार, वैश्य 15 हजार, यादव 16 हजार, सिंधी-पंजाबी 2 हजार और अन्य वोटरों की संख्या 35 हजार के आसपास है।
बीजेपी ने कांग्रेस से छीनी थी सीट
- एससी कोटे की सीट होने की वजह से साल 1980 से 1990 तक इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस की महिला कैंडिडेट कमला दरियावादी का कब्जा रहा।
- 1991 में एससी कोटे से बीजेपी कैंडिडेट के रुप में राकेश सोनकर ने इस सीट को अपने पाले में कर साल 2002 तक लगातार 3 बार विधायक रहे।
- 2002 में कांग्रेस की कमला दरियावादी के बेटे संजीव ने यह सीट जीतकर एकबार फिर इसपर कांग्रेस का परचम लहराया।
- 2002 के बाद साल 2007 में संजीव दरियावादी ने इस सीट पर राकेश सोनकर को करीब एक हजार वोट से हराकर जीत हासिल की।
- वहीं साल 2012 में जब इसे सामान्य सीट घोषित किया गया तब, इसपर सपा के हाजी इरफान सोलंकी ने जीतकर पहली बार सपा का खाता खोला ।
इरफान सोलंकी पहली बार आर्यनगर से बने थे विधायक
- इरफान सोलंकी के मुताबिक, उनको राजनीति विरासत में मिली। उनके वालिद मरहूम हाजी मुस्ताक सोलंकी आर्य नगर विधानसभा से साल 1996 और 2002 में लगातार 2 बार विधायक रहे।
- पिता से ऐसे में इरफ़ान ने बताया कि राजनीति के बारीकी गुण उन्होंने अपने वालिद से ही सीखी है।
- इरफान ने अपने वालिद के मृत्यु के बाद पहली बार साल 2007 में इस विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ा।
- साल 2007 के चुनाव में इरफ़ान को कुल 36376 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी के हरीश मातरेजा 13173 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे।
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