इस किताब में आपको मेरी कुछ रचनाओं का संकलन मिलेगा मैने इस पुस्तक में अपना परिचय , प्रेम, वियोग, फिर खड़े होकर लडना, वैराग्य और बुढ़ापे तक के जीवन की कल्पना करके लिखा है आशा है आप सब को पंसद आएगी और सबसे महत्वपूर्ण मेरे आराध्य श्री राम के लिए भी कुछ लिखा गया है आज तक जो कुछ टूटा फूटा लिख पाया हूँ वो सब इस पुस्तक में है मैं किसी भी रचना में किसी भी धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुचाना चाहता हूँ
धन्यवाद🙏💕
आप सभी पाठक पढकर समीक्षा दीजिएगा