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माय स्कूल डेज़

Jitendra Kumar sahu

25 अध्याय
12 लोगों ने खरीदा
70 पाठक
5 दिसम्बर 2022 को पूर्ण की गई
ISBN : 978-93-94582-84-2

अनुभव पर आधारित जीवन के संघर्षों उपलब्धीयो बच्चो व अन्य लोगों के साथ बिताए पलो को किस तरह हम ग्रहण करते हैं । जिस प्रकार से हँस मोती चुगता है उसी प्रकार से मैं बेहोशी में होश को चुगने का प्रयास कर रहा हूँ । हा हमे शुभ की कामना करनी है तभी हम उस स्रोत से जुड़ पायेंगे जो सदा शाश्वत है । 

may skool de

0.0(4)


bahut acchi pustak hai... accha likha gaya hai... likhte rahiye... school ka safarnama vishesh roop se acchi rachna hai...


Children and life👍👍


इस किताब को पढ़कर मुझे सच मे मेरे स्कूल के दिन याद या गए क्या दिन थे वो !!


स्कूल का यथार्थ चित्रण

पुस्तक के भाग

1

दशहरा

1 अक्टूबर 2022
13
3
0

उछल कूद रहे है बच्चे तीन चार दिन से पहले । कारण क्या पता है दोस्तो तीन चार दिन से पहले ।। नाराज थे एक टीचर पे बच्चे इस साल के पहले । एक्सट्रा क्लास जो ले लिये थे तीन चार दिन से पहले ।। रिवीज

2

स्कूल का सफरनामा

25 सितम्बर 2022
3
1
3

कैसा है ये स्कूल का सफरनामा कैसा है ये स्कूल का सफरनामा । मिलते बच्चे,खेलते,कूदते,हँसते,गाते अपने में मगन जैसे विशाल गगन प्रत्येक अनूठे अंदाज के व बेजोड़ टीचर जी सुनती इनके कई कारनामा कैसा

3

आज विजयादशमी है विजया

9 अक्टूबर 2022
5
1
0

आज विजया दशमी है विजया । पुरातन कथा है,सनातन प्रथा है । पापो का नाश है,पुण्य का वास है । धनुष बाण ढोल नगांडे रंग रसिया । आज विजया दशमी है विजया ।1 अपना सारा धूल धक्कड़ झड़ा दे। रुप यौवन का गिर

4

बच्चे होते अपने

29 सितम्बर 2022
2
1
0

बच्चे होते अपने,बच्चे होते अपने सच होते हो जैसे सपने । बस्ते से लदे,सावधान से सधे सोम से शुक्र तक गम्भीर शनि को जैसे चेहरा खिले आते है शाला अरमान लेकर होमवर्क का फरमान लेकर छुट्टी होने पर

5

खेल

12 अक्टूबर 2022
2
2
0

आँखो में चमक चेहरे पे रौनक़ आ गया । बच्चे उछल-कूद करने लगे लो दिसम्बर आ गया । ये रोज का पढना और पढ़ाना , टीचर की वही नसीहत व आशियाना , मन बोझिल बड़ी देर से राह का ताकना, आखिरकार बिन पायल के झ

6

अंकुरण

16 अक्टूबर 2022
2
1
0

ये अजुबा है दुनिया का, इसे संजोकर रखना । इसकी नीव से होगी इमारत खड़ी जो लड़ेगी भावी शैतान से इन पर लोगो की आखें लगेगी जरा इसे टटोलकर रखना । ये अजुबा है दुनिया का,इसे संजोकर रखना । इस

7

स्कूल

22 अक्टूबर 2022
3
4
1

जमीं की तरफ नजर पैदल चलते हुए पीठ पर बैग लिये तितलियों के पीछे भागते पक्षियों को भागाते हुए आ रहे है हसते मुस्कुराते हुए बीच में रुककर पेन व चाकलेट लेकर पेन्ट की जेब में रखकर दोस्त

8

"अब तो दिया जला ध्यान का"

23 अक्टूबर 2022
4
2
0

✍✍✍✍✍✍✍✍ रहेगा न कोई तेरे वतन में जीएगा न कोई तेरे चमन में कैसा सुना शहर है जालिम अब तो दिया जला ध्यान का।🕯। बहुत दिन बीत गये सफर में रात दिन एक कर गए श्रम में निवाला तो एक कौर का

9

बच्चा होने की सलाह देता था ।

16 नवम्बर 2022
3
2
0

वो मुझे अक्सर सच्चा होने का सलाह देता था । जब भी किसी मोड़ पे हम मिलते बच्चा होने की सलाह देता था ।🤵 हमारी खिलावट कुछ ऐसी थी कि चार लोगो का रहता जमघट आईना भी हमें सीख कच्चा हो

10

वो दिन क्या कहलाते है?

30 अक्टूबर 2022
0
1
0

जब तितली पंख फैलाती सुंदर रंग दिखाती है ।           जब भँवरे मन्डराते सुन्दर तान सुनाते है । मोर नाचते पंख फैलाते सबरंगी माहौल बनाते हैं । जब बच्चे गीत सुनाते वो दिन क्या कहलाते है । जब

11

"चार कौशल जरूरी है "

6 नवम्बर 2022
1
4
0

चार कौशल जरूरी है । निकालेंगे डर जेहन से, गाएंगे गीत हसी खुशी का कहानी सुनना भी जरूरी है ।   चार कौशल जरूरी है । परवरिश के बाद होगी, जून में पहली प्रवेश क्या नाम हैं तुम्हारा ये

12

"शिक्षक और दीप एक साथ चलते हैं "

26 अक्टूबर 2022
1
1
0

ज्ञान और लौ एक साथ जलते हैं । शिक्षक और दीप एक साथ चलते हैं । अँधेरा,तो लौ की एक किरण काफी है । गुरु का एक इशारा गुमराह का साथी है। दीवाली में गांव शहर जगमग करते हैं । शिक्षक भी तो प्रका

13

खोती इंसानियत अब इन्सान जरूरी है

1 दिसम्बर 2022
0
1
2

ये दिल जरूरी है जान जरूरी है । खोती इंसानियत अब इन्सान जरूरी है । सोये बहुत दिन से अरमान लेकर यू जागना भी है फरमान जरूरी है । ये दिल जरूरी है जान जरूरी है । खोती इंसानिय

14

यहां हर पल नया है

1 जनवरी 2023
0
1
0

नया दिन है नया साल है उगता सूरज आज नया है । कल जो कली थी वो फुल नया है । शाख पे पत्ती जो देखी नया है । कल का जो सवेरा था आज नया है । चेहरे पर पड़ी किरणे आज नया है। क्या मनुष

15

एक अनोखा सूरत शाला में प्रवेश किया

4 जनवरी 2023
0
1
0

एक अनोखा सूरत शाला में प्रवेश किया । मम्मी पापा को टाटा कहकर अपने साथी का हाथ पकड़े कदम रखकर स्कूल को आवेश किया। एक अनोखा सूरत शाला में प्रवेश किया । पहली कक्षा के पहली बेंच प

16

सीख पहाड़े की

5 जनवरी 2023
2
3
2

पाँच एकम पाँच आओ सीखे नाच। 🕺💃🕺💃🕺💃🕺💃🕺💃 पाँच दुनी दस जल्दी पकड़ो बस। 🚃🚌🚃🚌🚃🚌🚃🚌🚃🚌 पाँच तिया पन्द्रह चीजे न करे संग्रह । 🐒🐕🐩🐎🐖🐘🐧🐣🦆🐋🐚 पाँच चौके बीस करो प्रार्

17

अपने अंदर भी झाक लिया करो

14 जनवरी 2023
1
3
0

मनाते हो हल साल नया वर्ष हर दिन को नया वर्ष मनाया करो । ठान लेते और खा लेते हो कसम जरा उस पर अमल भी लाया करो। मनाते हो होली व दीवाली उत्सव से हर दिन रंग जाया करो । उस बच्

18

हमारी बेटिया खिलखिलाती बेटियां

24 जनवरी 2023
3
1
1

ये बेटिया भारत की बेटियां हमारी बेटिया खिलखिलाती बेटियां । पालने में पलती जल्दी से समझदार होती है । कोई झंझट नही करती माँ बाप को समझती है। हमारी बेटिया खिलखिलाती बेटियां ।

19

"क्या रूह का भेद जान लिया होगा"

27 जनवरी 2023
4
2
2

तेरे शहर से वो जल्दी ऊब गया, चकाचौंध से जी घबराया होगा। कोई उसने डाक्टरी इलाज नही की, पीपल की छाँव याद आया होगा। पूरे बच्चे में सीख दिखाई नहीं देती, चावल के एक ही दाने से

20

"पुरस्कार का वो हकदार था"

28 जनवरी 2023
4
3
0

पुरस्कार का वो हकदार था। रंगत उनकी घुली थी किरदार में, ऐसा वो कलाकार था। डरा सा रहता था मालिक, पुछताछ करते करोबार की, आखिर वो हवलदार था। अन्त तक खून पसीना बहाता रहा,

21

कौन यहां बलिदानी है

30 जनवरी 2023
4
3
0

"कौन यहाँ बलिदानी है" सन सन्तावन से सैतालीस तक, प्राणो की आहुति दे दी, बिखरी पड़ी लाशे व; लहु से तरबतर राजधानी है। कौन यहाँ बलिदानी है। किसी को गोली लगी तो, कोई तो

22

"हम फिर आयेंगे"

31 जनवरी 2023
3
2
1

हम फिर आयेंगे। जन्म लिया चलना सीखा बालवाड़ी  गए उछलना कूदना सीखे अक्षर ज्ञान लेकर स्कूल गए नहाना डरना टॉयलेट जाना बचपन की पीड़ा प्रायमरी से मिडिल फिर

23

मै स्कूल जा रहा हूँ

26 मार्च 2023
1
0
0

मै स्कूल जा रहा हूँ। मै स्कूल जा रहा हूँ। कभी जनगण कभी वन्देमातरम गा रहा हूँ। स्वच्छता का संदेश देते क्रम से जा रहा हूँ। मै स्कूल जा रहा हूँ। मै------- अनुशासन व नैतिकता का पाठ

24

एकान्त में शिक्षा

22 अप्रैल 2023
0
0
0

एकान्त में शिक्षा भीड़ में परीक्षा अंतर मन दीक्षा सर्व करे समीक्षा असीम धैर्य प्रतीक्षा मिलती जिसे मुमुक्षा लोभ पहली कक्षा मुख्य जड़ रक्षा ज्वर महत्वकांक्षा स्वस्फ

25

विद्यार्थी की कसक

19 मई 2023
0
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0

मै जब भी कापी खोलता हूँ। अपने टीचर को माफी बोलता हूँ। मैंने कोशिश तो की बनाने की इस उम्मीद से काफी डोलता हूँ।1 परिवार का आदर्श अपनाता हूँ । समाज का संघर्ष भी सहपाता हूँ । सर्वा

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