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नदी किनारा

21 जून 2022

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रचनाएँ
लफ़्ज़ों की लहरें
4.9
लफ्जों की लहरें मन के आंगन में आकर ठहरे लफ़्ज़ों के मोती एहसासों के धागे में पिरोकर कविताओं में सजाए जज्बातों के सागर में लफ्जों की मचलती इन लहरों को एहसासों के किनारे मिल जाए कविताओं के सहारे कुछ यूं सजाए जीवन के हर पहलू को अपने अंदाज में दिखाए शायद ये लफ्जों की लहरें आपके मन को छू जाए ना मैं कवियत्री ना मैं लेखिका बेहतरीन शायद काव्य को अपने ना सजा पाऊं अपने अंदाज ,अल्फाज और ख्यालात की  माला में शायद नायब शब्दों के मोती ना पिरो पाऊं लेकिन कोशिश ये ही होगी लफ़्ज़ों में बसा कर अपने भाव हर दिल तक पहुचाऊं है चाहत लफ़्ज़ों के जरिए प्रेम, विरह,जख्म, सुकून, वफ़ा,बेवफाई और जुनून हर अहसास की झलक काव्य में अपने दिखाऊं लफ्ज़ों की लहरें बन हर मन के सागर में मिल जाऊं कितना सफ़ल हुआ प्रयास हमें आप बताना लफ्ज़ों की लहरों की है आस आपके मन सागर में समाना
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जज़्बात

8 जून 2022
104
47
4

जब जब सोचूं तेरे लिए कुछ लिखें हर अल्फाज में तुझे मेरे जज़्बात दिखे हर लफ्ज़ में कमी पाए कैसे दूरी का अहसास लफ्जों में समाए कैसे बेहिसाब मुहब्बत की बात लिखे कैसे तराशे वो

2

मुहब्बत

8 जून 2022
36
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0

झीलें झरनों सी गहराई उसकी आंखों में नजर आई सादगी और मासूमियत की परछाई उसके चेहरे में समाई सारी खुशबू उसकी महकती सांसों में पाई खुशियों का बसेरा मिले कहा वो रहे जहां गम फिर होते कहा? उ

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एक प्यारा सा ख्याल

8 जून 2022
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1

तुम मेरे ख्वाबों की ताबीर तुम ना सही मेरी तकदीर एक प्यारा सा ख्याल मासूम सा रिश्ता मीठा सा ख्वाब खिलती कलियों से खिलते एहसास बेनाम सा नाता पर जरा है खास एहसासों से बंधे किसी रिश्ते की डोर का

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यादों का कतरा कतरा जहन में

8 जून 2022
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8
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यादों का कतरा कतरा जब तक जहन में ना उतर जाए रुकी लगे धड़कने दिल न धड़क पाए सांसे जैसे सीने अटक जाती है हिचकी सी तेरी यादें मुझे चैन से रहने दे दिल की फरियादे हर आहट पर रहता तेरा इंतजार थके स

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एक खास एहसास❤️

9 जून 2022
15
9
0

कैसे लिख दूं एक खास एहसास जाने कितने पल कितनी बातें कितने ही लम्हे है खास जिसमे शामिल है प्यार के जज़्बात जब जब तेरी नज़रे मुझे करे तलाश उन उठती निगाहों दीदार की हो प्यार वो एहसास है बड़ा ही खास जब ह

6

दिल की बात

9 जून 2022
17
7
1

जिसने साथ निभाया दिल से जिसने अपनाया दी जिसने खुशियां उनका शुक्रिया थामकर जिसने हाथ छोड़ा बीच मझधार बेजार किया जिसने प्यार जिनकी वजह से बिखरी अरमानों की दुनिया उनको भी शुक्रिया शुक्रिया उनको जिसने जी

7

प्रेम में वो आदर ना पाओगी

9 जून 2022
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0

आज के युग में तुम चाहे राधा हो प्रेम में वो आदर ना पाओगी कितना भी सच्चा रूहानी प्रेम हो तुम्हारा जिस्मानी इश्क से छली जाओगी तुम सच्चा दोस्त तलाश करोगी वो दिल्लगी करना चाहे पावन रिश्ता चाहोगी वो प्रे

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क्या तो भूलूं क्या ही याद करूं

9 जून 2022
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कौनसे पल बिसराऊ कौनसी यादें सहेजती जाऊं जाने कितने दीवानगी के लम्हे जाने कितने दर्द के पलछिन अंधेरी रातों के पहर सुने आसमां के मंजर कैसे आबाद करूं जिंदगी का ये तन्हा सफर क्या दर्द भुलाऊं कौन

9

तुम मेरे लिए क्या हो

11 जून 2022
7
7
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तुम मेरे लिए क्या होलफ़्ज़ों कैसे लिख जाएखत्म न हो अहसासपढ़ते हुए सारी उम्र गुजर जाएमेरे जुनूनी इश्क कीतुम नायाब सी किताब होमतलबी सी ये सारी दुनिया मेंखूबसूरत सा मेरा तुम ख्वाब होदीवानगी की ना कोई हदे

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जुनूनी इश्क

11 जून 2022
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हर दिनमेरी आदतों में बढ़ती तेरी चाहत का शुमार हैक्या ये अहसास हैक्यों हर लम्हा तेरा खुमार हैतुम्हे तो पाया भी नहीं अब तलकक्यों तुम्हे खोने का डर येमेरे यार हैतेरे साथ की नहीं हाथ में लक

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एक लव कॉन्ट्रेक्ट

11 जून 2022
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सुनोमिलकर क्यों ना एक लव कॉन्ट्रेक्ट बनाएअपने प्यार की कसमों से चलो उसे सजाएरीत ना उसमे जमाने कीप्रीत हो हम दोनों के साथ निभानेरिश्ता जिसमे ना दिखावा ना बनावटबस प्यार की हो हर लम्हा आहटएक दूजे को ना क

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मौसम से जल्द इंसान बदलते है

12 जून 2022
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मौसम से जल्द तो अब इंसान बदल जाता हैबनकर अपना वो छल जाता हैमिले नहीं कोई अपना यहांफरेबी अपने फायदा देखे मुड़ जाते वहांजन्मों जन्म साथ निभाने के कसमें वादें जब जरूरत हो साथ की तो बदल जाते इरादेजान

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पानी के बुलबुलों सा

13 जून 2022
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तड़पता है दिलदिल को नहींभाता हैकुछ लम्हों कातेरा मुझसे मिल जानापानी के बुलबुलों सातेरा पलभर सा तेराठहरनाजैसे छूने से पहलेही मिट जानामेरे ख्यालों मे धुंधला सा अक्सका तेरा बन जानामन को ये अधूरापनहै

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रिश्तों की बात

13 जून 2022
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लोगों का कहनाजरा सुननाऔरत चाहे तो घर घर स्वर्ग सानिखर जाएऔरत चाहे तो घर को बिखराएघर को सहेजना है औरत के हाथबताए जरा ये भी है कोई बातसच्चाई तो ये है जनाबसभी बने बैठे है नवाबये कैसी है बातऔरत जिए अगर ख

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जिंदगी की किताब

13 जून 2022
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1

जिंदगी पर किताब लिखेखुशियों के पल नायब लिखे या अपनो से मिले दर्द बेहिसाब लिखेइश्क मुहब्बत दिल बहलाने की बातें लिखेचाहतों को प्यार राहतें जनाब लिखेइश्क की राहों में हुए तबाहबिखरे सारे ख्वाब ल

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मैं हु ऐसी

14 जून 2022
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0

मैं हु ऐसीजो मिले मुझे जैसेउसके लिए हूं वैसीबेमतलब और गलत सह ना पाऊंनाराज़ भी पल में हो जाऊंजो मन से उतर जाएना फिर उसे अपना पाऊंना किसी के दिए घाव भर सकेना फिर उसे माफ हम कर सकेजो दिल से अपनाएप्य

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मैं जरा सी हूं अजीब

14 जून 2022
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0

मैं जरा सी हूं अजीबखुद के लिए हूं अजीजबादल बिजली डरा जाएबारिश की बुंदे बड़ा ही लुभाएहवाओं संग भी जब लहराती हूंजमीं से जुड़े अपने अस्तित्व कोन कभी भुलाती हुंहु थोड़ी अजीब खुद के लिए अजीजफिर भी तुम

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वो दिन ना कभी आए

14 जून 2022
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0

तुम मुझसे रूठ जाओ वो दिन ना कभी आएतेरे दीदार को तरसू ऐसे ना कभी तू सताएबार बार तुम्हे मनाऊं और तू दूर होता चला जाएरुसवाई ना करना यूं की प्यार भरा दिल छला जाएतुमसे ही मुस्कुराहटें तुमसे ही राहतेंतुमसे

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प्रेम स्नेह रब की खूबसूरत बड़ी है रहमत

14 जून 2022
6
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0

ये प्रेम स्नेह रब की खूबसूरत बड़ी है रहमतपर नही यहां किसी को अपनो की कीमतप्यार का ये अनमोल है तोहफाबे कद्र लोग देते पग पग पर धोखाभीड़ में सब चलते है पर दिल न किसी से जुड़ते हैहर लम्हा एक नए दुख क

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तेरी बेरुखी की अब तो आदत हो गई

14 जून 2022
7
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0

तेरी बेरुखी की अब तो आदत हो गई संग दरिया का पाकर भी प्यासी रह गई तेरे वादे झूठे, झूठे सारे इरादे क्या करे सांसों से जुड़े है आस के धागे जो सांसों की डोरी टूटे तो आस का दामन छूटे सफर अब जारी है तेरे द

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प्रेम के फूल

15 जून 2022
5
5
0

ये जिद्द है जुनून हैराहत और सुकून हैबेकरारी बेचैनी का भी शुरूर हैकुछ नशा इसमें जरूर हैप्रेम की कलियां यूं ही खिलती नहींमहक प्यार की बिन अहसास मिलती नहीये खामोश है कभी ये मदहोश हैखुशियों का शुमार है दि

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बरसा दो कहर

15 जून 2022
6
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0

मसल दी गई कमसिन कलियां लूटी दरिंदों ने खुशियां बिखर गई बनकर हवस की शिकार अस्मिता हुई तार तार क्यों खामोश हो जाती है काली स्वरूप क्यों जाती है भूल क्यों कमजोर हो जाती है क्यों नहीं बन जाती ज्वालामुखी क

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चल पड़ी तलाशने अपना वजूद

15 जून 2022
5
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0

कौन हूं मैं? तलाशती अपनी ही पहचानसागर की बेपरवाह लहर हूंया हूं आसमान की शानखोमोशी से चल पड़ी तलाशने अपना वजूदकौन हूं मैं कहा हूं मैं मौजूदमधुर महकता हूं उपवनया सुना वीराना मेरा जीवनसुकून सा मौन हूंया

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मन

16 जून 2022
7
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क्या ये रिश्ता हैकैसा ये नाता हैअशांत मन को शांत कर जाता हैना जानू तुम मेरे क्या होदोस्त हो या मेरे मीत होदे खुशी वो प्यारी सी रीत होकह दूं बेझिझक हर बातमां के मन सा तेरा प्यार सा अहसासनही चाहत त

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आसान नहीं लड़को का भी जीवन

16 जून 2022
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5
0

पूरे दिन काम कर जब घर आतेदेख परिवार को सुखी वो मुस्कुरातेपूरे दिन की थकान के बाद जब सुनते पत्नी के मन की बातेबहन की खुशी के रखवालेहर कदम हर मुश्किल मोड़ परबहन का हाथ थामे खड़े नजर आतेघर आते ही मा

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कैसा ये प्यार

16 जून 2022
5
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0

हर बात पर लड़ जाते हो बात बात पर जिद्द पर अड़ जाते हो ये कैसा तुम्हारा प्यार हर बात पर तकरार है खफा छोटी सी बात पर हो जाना बेवजह नाराज़गी जताना दूर जाने की बात करना हर बार क्या ये है तुम्हारा बेशुमार

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तुमसे नहीं मैं नाराज़

16 जून 2022
7
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0

मैंने कब कहा हु तुमसेनाराज़पर कभी कभी भाता हैखामोशी का अंदाजतुम्हे दिल की बात बताएमन में अब नहीं चाहजुदा जुदा सी लगती है तुमसेअब हर राहखोने से भी तुम्हे दिल नहीं अब डरताखामोशी भाती हैकुछ बात करने का अ

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मैं और तुम

17 जून 2022
4
4
0

पतझड़ में भी बहार लाएअगर मैं और तुम हम हो जाएइश्क का मौसम मिलकर ख्वाब सजाएएक दूजे के सवालों का जवाब बन जाएबह जाए इश्क के दरिया मेंचाहतों की लहरों संग फिर किनारा पाएख्वाबों के इस मिलन कोहकीकत कर दिखाए&

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हमदम

17 जून 2022
4
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करीब आकर दूर यूं जाओ ना हमदमदिल में तुम ही रहते हो इस दिल को इतना सताओ ना प्रियतमजिन आंखों में सूरत बसती है तुम्हारीउन आंखो को यूं रुलाओ ना सनमख्वाब वो हसीन बिखर जायेंगेइश्क की नींद से जगाओं ना ह

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हमसाया

17 जून 2022
4
4
0

तेरे होने से निखरी जीवन की तस्वीरतेरे होने से संवरी मेरी तकदीरतू मेरा जब हुआ हमसायाजीवन गम में भी मुस्कुरायारोशन हुए मेरे सवेरेखुशियों के अब है पहरेतुम हो जो हमसायारंग सुनहरा जीवन में छायातेरे होने से

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हमसाया

18 जून 2022
4
4
0

मिजाज़ बदले से चेहरे पर भी नूर सा छाया हैकिसी की सौबत का असर है लगता है बन कोई हमसाया हैकिसके ख्यालों में खोये खोये से रहने लगे कौन तुम्हारी नज़रों पर छाया हैतन्हाई में अकेले मुस्कु

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एक शाम

18 जून 2022
5
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0

अरसे से है ये अरमान हो कोई ऐसी एक शाम हो संग तेरा शाम वो हो तेरे मेरे नाम मै और तुम और हो सिर्फ हमारी बात निहारे आसमान में ढलते सूरज की लालिमा गिर आए सितारों भरी रात समुंद्र का वो किनारा साथ मेरे ते

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अधूरापन

18 जून 2022
4
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खालीपन भर जाता हैतेरे साथ सेहर ख्वाब निखर जाता हैअधूरापन मिट जाता हैतुम्हे पाकरये दिल गुनगुनाता हैगमों से टूटा नाताशिकवों से बनी दूरीहसरतें हुई पूरीचाहते ना अब रहे अधूरीखुशियों से हम जुड़ें दर्द

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अधूरापन

18 जून 2022
5
4
0

अधूरापन हर जहन खलता हैमुक्कमल जहां कब किसी को मिलता हैअधूरी ख्वाहिशेंअधूरे की की अधूरी फरमाइशेंअधूरी राहतें अधूरी चाहतें सब तो है अधूरा यहांपाया कब किसनेमुक्कमल जहांकुछ रंजिशेंबहुत सी ब

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पुरुष की चाहत

18 जून 2022
4
5
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पुरुषों की भी होती है चाहतछोटी छोटी बातों परवाह दिखाएजरा लाड़ प्यार जताएंबेचैन जब मन हो तो उदास होने कीआजादी पाएएक निश्छल प्यार का वो भी अरमान सजाएअटूट रिश्ता सच्चा साथी वो भी चाहेकोई हो जो खामोशी से

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एक मीठे रिश्ते की शुरुआत

18 जून 2022
6
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0

वक्त ने ली है करवटनई खुशियों की हुई आहटजीवन की राह थी अब तक तन्हाआया शख्स जीवन मेंजो साथ रहे हर लम्हाखुशनुमा हो जिंदगी का ये सफ़रसाथी बने प्यारा सा हमसफरएक मीठे रिश्ते की हुई जो शुरुआतनए सफर मे

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मेरा बेटा मेरी जान

19 जून 2022
5
4
0

बेमतलब सी इस दुनिया मेंजीने की वजह मिल गईमेरे बेटे के रूप में खुशियों को जीवन में जगह मिल गईबेटा मेरा दिल की धड़कनवो मेरी जान हैप्यारी सूरत उसकी देखकरसजे मेरे चेहरे पर मुस्कान हैवीराने सी जि

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मेरे पापा से मेरी पहचान है

19 जून 2022
5
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0

मेरी जिंदगी उनसे ही मेरी शान हैमेरे पापा से मेरी पहचान हैमेरे सच्चे साथी रिश्ता बड़ा ही जज्बातीप्यार चाहे ना जताते बिन कहे ही खुशियां लुटातेपापा शख्शियत है महानमेरे ख्वाबों में फूंकते जानजिद

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आंसू बहाना नहीं कमजोरी की निशानी

19 जून 2022
6
6
0

तुम जब चाहो मेरे पास आनाबेझिझक दिल की उलझन बतानाउदासी जब सताए रोने को जी चाहेपुरुष हूं सोच कर संकोच न कर जानाआंसू बहाना नहीं कमजोरी की निशानीतुम रो सकते हो नही बात ये बचकानीजब कभी बेचैनी गहराती जाएगम

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नदी किनारा

21 जून 2022
5
5
0

वो नदी किनाराबसा जहां यादों का शहरहमाराखूबसूरत वक्त के ठहरे से लम्हेआज भी याद है हसीन मंजर साराठंडी हवा के झोंके जो छूकर गुजरतामहसूस होता स्पर्श तुम्हाराये किसी मेहमान सी आती जाती लहरेंख्वाब दिखा

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