जब जब सोचूं तेरे लिए
कुछ लिखें
हर अल्फाज में तुझे
मेरे जज़्बात दिखे
हर लफ्ज़ में कमी पाए
कैसे दूरी का अहसास
लफ्जों में समाए
कैसे बेहिसाब मुहब्बत की
बात लिखे
कैसे तराशे वो लफ्ज़
जिसमें जज़्बात दिखे
तेरे ख्याल को कैसे
अल्फाजों में खूबसूरती से सजाए
दिल धड़के तेरे नाम से
तुम जान हो कैसे लफ्जों में
जताएं
तेरी चाहत की कलम ने
मेरे ख्वाब लिखे
मुहब्बत के अहसास
उनमें बेहिसाब दिखे
ए मेरे दिलबर तू है बता
कैसे तलाशे वो अल्फाज़
किस तरह तेरे लिए
मुहब्बत की बात लिखे
जिसमें हर अहसास
हर जज़्बात दिखे