नवीन चौधरी
नवीन चौधरी का जन्म 10 मार्च 1978 को मधुबनी (बिहार) में हुआ, लेकिन परवरिश और MA तक की पढाई जयपुर में हुई. छात्र राजनीति से गहरे तौर पर जुड़े रहे नवीन पेशे से मार्केटिंग प्रोफेशनल हैं. नवीन शौकिया तौर पर फोटोग्राफी, व्यंग्य-लेखन, ट्रैवलॉग-राइटिंग करते हैं. नवीन के लेख लल्लनटॉप, सत्याग्रह, खबरलाइव जैसे प्रसिद्ध न्यूज़ वेबसाइट पर प्रकाशित होते रहे हैं. इनके लोकप्रिय फेसबुक पेज कटाक्ष, और चर्चित ब्लॉग हिन्दी वाला ब्लॉगर के नाम से है. इनका पहला उपन्यास "जनता स्टोर" राजस्थान की छात्र राजनीति पर आधारित है।
जनता स्टोर
नब्बे का दशक सामाजिक और राजनीतिक मूल्यों के लिए इस मायने में निर्णायक साबित हुआ कि अब तक के कई भीतरी विधि-निषेध इस दौर में आकर अपना असर अन्तत: खो बैठे। जीवन के दैनिक क्रियाकलाप में उनकी उपयोगिता को सन्दिग्ध पहले से ही महसूस किया जा रहा था लेकिन अब आक
जनता स्टोर
नब्बे का दशक सामाजिक और राजनीतिक मूल्यों के लिए इस मायने में निर्णायक साबित हुआ कि अब तक के कई भीतरी विधि-निषेध इस दौर में आकर अपना असर अन्तत: खो बैठे। जीवन के दैनिक क्रियाकलाप में उनकी उपयोगिता को सन्दिग्ध पहले से ही महसूस किया जा रहा था लेकिन अब आक
ढाई चाल
सत्ता की हिस्सेदारी के लिए कुछ तबकों के बीच ठनी वर्चस्व की लड़ाई, जिनकी तरफ देश की आम जनता बड़ी उम्मीदों से ताकती रहती है। एक बलात्कार को राजनीति की बिसात बना देने वालों की कहानी, जिनसे लोग न्याय के लिए साथ की अपेक्षा रखते हैं। धर्म, जाति, मीडिया
ढाई चाल
सत्ता की हिस्सेदारी के लिए कुछ तबकों के बीच ठनी वर्चस्व की लड़ाई, जिनकी तरफ देश की आम जनता बड़ी उम्मीदों से ताकती रहती है। एक बलात्कार को राजनीति की बिसात बना देने वालों की कहानी, जिनसे लोग न्याय के लिए साथ की अपेक्षा रखते हैं। धर्म, जाति, मीडिया