जो दिखाई देता है, हम सभी जानते हैं कि वह हमेशा सत्य नहीं होता है किन्तु फिर भी हम कुछ ऐसी मिट्टी के बने हुए हैं कि तथ्यों की जांच परख किए बगैर दिखाए जा रहे परिदृश्य पर ही यकीन करते हैं और इसका फायदा भले ही कोई भी उठाता हो लेकिन हम अपनी भावुकतावश नुकसान में ही रहते है
16 दिसंबर, 2012 को भारत की राजधानी से ऐसी खबर आई जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। 16 दिसंबर की रात करीब 9.30 बजे चलती बस में एक 22 साल की लड़की के साथ 5 आदमियों ने बलात्कार किया और फिर उसे और उसके दोस्त को आधा मरा हुआ सड़क के किनारे फेंक दिया। इस वारदात के बाद पूरे देश में बलात्कार को लेकर सख्त क
आज के दौर में भले ही स्त्रियों ने अपनी काबिलियत से हर क्षेत्र में परचम लहराया हो, लेकिन फिर भी देश का माहौल उनके लिए आज भी सुरक्षित नहीं है। आज के समय में भी जब एक लड़की घर से निकलती है तो उसके वापिस लौट आने तक उसके माता-पिता को चिंता ही लगी रहती है। इतना ही नहीं, बहुत से क्षेत्र में माता-पिता अपनी ल
दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में गैंगरेप की शिकार 14 वर्षीय दलित लड़की की रविवार को मौत हो गई. लाइफ सपोर्ट पर चल रही लड़की का दो महीने पहले दूसरी बार रेप हुआ था. आरोपी ने उसे एसिड पीने तक को मजबूर किया था. इस मामले को 2012 में राजधानी में हुए निर्भया रेपकांड जैसा बताया जा रहा है कि जहां पीड़िता क