दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में गैंगरेप की शिकार 14 वर्षीय दलित लड़की की रविवार को मौत हो गई. लाइफ सपोर्ट पर चल रही लड़की का दो महीने पहले दूसरी बार रेप हुआ था. आरोपी ने उसे एसिड पीने तक को मजबूर किया था. इस मामले को 2012 में राजधानी में हुए निर्भया रेपकांड जैसा बताया जा रहा है कि जहां पीड़िता के साथ इसी तरह का सलूक किया गया था.
हॉस्पिटल के बेड पर खून की उल्टियां करते हुए पीड़िता ने अपने स्टेटमेंट में कहा था, ''उसे कई बार पीटा गया. दिन में कई बार रेप किया गया.'' ''जूस में मिलाकर एसिड पिलाया गया.'' ''उसके हाथ-पैर बांध दिए गए थे और खाना नहीं दिया गया था.''
फैमिली को मिल रही है धमकी
पीड़िता की मां ने कहा, ''एक शख्स ने मेरी बेटी को चाकू मारने की धमकी दी थी.'' ''अब उसके हमलावर मेरी दूसरी बेटी और बच्चे को धमकी दे रहे हैं.'' ''इस डर के कारण पिछले दस दिनों से मेरा बेटा स्कूल नहीं गया है.'' लड़की के माता पिता एक हॉस्पिटल में स्वीपर हैं.
क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक, लड़की के साथ पहली बार दिसंबर में रेप हुआ था. इस मामले में शिवशंकर नाम के उसके पड़ोसी को अरेस्ट किया गया था. फिलहाल वह बेल पर है. मई महीने में लड़की को उसके घर से फिर किडनैप किया गया था. कहना है कि आरोपी ने रेप केस की सुनवाई शुरू होने से एक दिन पहले ही लड़की को किडनैप किया. लड़की की मां का कहना है, ''12 दिन बाद मेरी बेटी फिर घर लौटी. उसके पूरे शरीर में जख्म थे.'' ''उसके चेहरे, सीने, कमर सब जगह चोट के निशान थे.''
वुमन कमीशन ने पूछा और कितनी निर्भया चाहती है दिल्ली?
दिल्ली वुमन कमीशन ने इस मामले को लेकर एक बार फिर दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है. कमीशन की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया, ''दिल्ली और कितनी निर्भया चाहता है?'' ''कब ख़त्म होगा ये. कब तक दिल्ली की बच्चियां भेडियो के भेंट चढ़ेंगी. इस निर्भया के साथ भी सिस्टम ने रेप किया. कोई सुन रहा है निर्भया की चीख.''
एक और 'निर्भया' हार गई अपनी जिंदगी, रेप के बाद पिलाया था एसिड