नमस्कार मित्रों 🙏
आज 09 फ़रवरी है। प्रेम सप्ताह का तीसरा दिन यानी चॉकलेट डे ।
वैसे चॉकलेट का कोई डे क्यों ये तो जब मन हो खा लो । हमारी बिटिया की नज़र में बस आ जाये फिर देखिए चॉकलेट के लिए तांडव । पूरी सोसाइटी जान जाती है कि निस्सी को चॉकलेट नही दी जा रही।
एक एक खिलौने जमीन पर धराशायी होते है स्कूल जब जाएंगी तब ये क्या हाल करेगी सहपाठियों का महादेव ही जानें ।
फिलहाल मैं कल ही नीचे की शॉप से डेरिमिल्क सिल्क ले आयी थी और इसकी नज़रो से छुपा कर फ्रिज में लगा दी थी। जैसे आज उठी ये सुबह का भोंपा बजाने के बाद इसको ब्रश करवाया और दिखा दी चॉकलेट फिर शुरू हुआ छीना झपटी का खेल पर थोड़ी देर में मैं हार गयी।
पर महारानी जी को पैकेट खोलना आता नही है तो फिर से चॉकलेट मेरे पास मैंने फिर इसको खिलाया और इसने मुझको और मन गया हम सबका चॉकलेट डे।
जरूरी नही चॉकलेट डे मनाने के लिए आशिक की जरूरत हो जरूरत है तो बस चॉकलेट की और परिवार में मिल बांट के खाइये। अपने बच्चों अपने माता पिता के साथ यकीन मानिए प्रेमी के साथ खाने से ज्यादा खुशी मिलेगी।
अच्छा मशीन में कपड़े धुल चुके है। अब चलती हूं उनको फैलाने और मेड के साथ काम मे कुछ हाथ बंटवाने ।
अरे आपको चॉकलेट देना तो भूल ही गयी 🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫।
तब तक के लिए
हर हर महादेव 🙏