दो घूट शराब के, दो पैक शराब के।जब दिन अच्छे थे तो, शराब को बुरा कहते थे।आज दिन बुरे है तो, शराब को अच्छा कहते है।वाह कोरोना तूने,शराबियों की जमात दिखा दी।मैख़ाने के नाम से नही, अब हमखाने से जानेंगे।शराब लोग गम में पीते थे, आज साबित हो गया।लाइन को गाली देना, गस खाकर गिर जाना, यह सब दिखावा बन गया। अब प