राधा बनकर हो जाने दो तेरी. .. रोज़ रात, एक दस्तक आती है,शायद, वह कुछ कहना चाहती है,उठकर, देख पाता हूँ, साफ़ एक चेहरा,पता नहीं कैसे, चाहे, जितना भी हो अँधेरा,किसी से, कह भी नहीं सकता, करेगा नहीं कोई विश्वास,अंतर्मन की महिमा का, सिर्फ़ होता है एहसास,डर भी लगा, पहली बार जब आय