🌞 ~ *आज का अपना पंचांग* ~ 🌞
⛅ आज का दिनांक - 05 अगस्त 2016
⛅ दिन - शुक्रवार
⛅ विक्रम संवत - 2073
⛅ शक संवत -1938
⛅ अयन - दक्षिणायन
⛅ ऋतु - वर्षा
⛅ मास - श्रावण
⛅ पक्ष - शुक्ल
⛅ तिथि - तृतीया
⛅ नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी
⛅ योग - परिघ
⛅ राहुकाल - 10:47 - 13:27
⛅ दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
🌥 व्रत-पर्व विवरण- मधुश्रवा-ठकुरानी-हरियाली तृतीया
💥 *विशेष*- तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌞 ~ *अपना पंचांग* ~ 🌞
🌷 *अहंकार, चिंता और व्यर्थ का चिंतन मिटाने का मंत्र*
🙏🏻 अहंकार, चिंता और व्यर्थ का चिंतन साधक की शक्ति को निगल जाते हैं | इनको मिटाने के लिए एक सुंदर मंत्र योगी गोरखनाथजी ने बताया है | इसमें कोई विधि – विधान नहीं है | रात को सोते समय इस मंत्र का जप करो, संख्या का कोई आग्रह नहीं है | इस मंत्र से आपके चित्त की चिंता, तनाव, खिंचाव, दिक्कतें जल्दी शांत हो जायेगी और साधन – भजन में बरकत आयेगी | मंत्र उच्चारण में थोडा कठिन जैसा लगेगा लेकिन याद रह जाने पर आसान हो जायेगा | बाहर के रोग तो बाहर की औषधि से मिट सकते हैं लेकिन भीतर के रोग बाहर की औषधि से नहीं मिटेंगे और इस मंत्र से टिकेंगे नहीं |
🙏🏻 *हमारी जो जीवनधारा है, जीवनीशक्ति है, चित्तशक्ति है उसीको उद्देश्य करके यह मंत्र है :*
🌷 ॐ चित्तात्मिकां महाचित्तिं
चित्तस्वरूपिणीं आराधयामि
चित्तजान रोगान शमय शमय
ठं ठं ठं स्वाहा ठं ठं ठं स्वाहा |
🙏🏻 *‘हे चित्तात्मिका, महाचित्ति, चित्तस्वरूपिणी ! मैं तेरी आराधना करता हूँ | जगत – शक्तिदात्री भगवती ! मेरे चित्त के रोगों का तू शमन कर |’*
🙏🏻 ‘ठं’ बीजमंत्र है, यह बड़ा प्रभाव करता है | किसीमें लोभ, किसीमें मोह, किसीमें शराब पीने का, किसीमें अहंकार का, किसीमें शेखी बघारने का दोष होता है | चित्त में दोष भरे है इसलिए तो चिंता, भय, क्रोध, अशांति है और जन्म – मरण होता है |
🙏🏻 इसके जप से आद्यशक्ति चेतना चित्त के दोषों को दूर कर देती है, चित्त को निर्मल कर देती है | सीधे लेट गये, यह जप किया | जब तक निद्रा न आये तब तक इसका प्रयोग करें | निद्रा आने पर अपने – आप ही छूट जायेगा | रात को जप करके सोने से सुबह तुम स्वस्थ, निर्भय, प्रसन्न होकर उठोगे |
🙏🏻 भगवान के मंत्र हों और भगवान को अपना मानकर प्रीतिपूर्वक जप करें तो चित्त भगवदाकार होकर भगवदरस से पावन हो जाता है | भगवदरस के बिना नीरसता नहीं जाती |
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🌞 ~ *अपना पंचांग* ~ 🌞
🌷 *वास्तु शास्त्र*
🏡 घर में कभी भी जाले न लगने दें, वरना भाग्य और कर्म पर जाले लगने लगते हैं और बाधा आती है।
🌞 ~ *अपना पंचांग* ~ 🌞
🌷 *महादान* 🌷
🙏🏻 आचार्य बृहस्पति देवताओं के गुरु माने जाते हैं। बृहस्पति स्मृति में 3 ऐसे दानों के बारे में बताया गया है, जिन्हें महादान कहा जाता है। इन 3 चीजों का दान करने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे अपने सभी कामों में सफलता जरुर मिलती है।
➡ चीजें: जिनके दान को कहा जाता है महादान, मिलती है सभी पापों से मुक्ति
🌷 *श्लोक*
त्रीणयाहुरतिदानानि गाव: पृथ्वी सरस्वती।
तारयन्ति हि दातारं सर्वपापादसंशयम।।
📖 विद्यादान ( विद्या का दान)
कई बार मनुष्य किसी और वस्तु का दान करने में असर्मथ होता है, ऐसे में विद्या का दान करना सबसे अच्छा माना जाता है।लोगों को ज्ञान , धर्म और विद्या की बातें बताने से मनुष्य पर भगवान की कृपा बनी रहती है।
🐄 गोदान (गाय का दान)
गाय का दान करने से मनुष्य की अपार पुण्य की प्राप्ति होती है।गाय का दान करने से जाने-अनजाने में हुए पापों से भी मुक्ति मिल जाती है।साथ ही मनुष्य को स्वर्ग की प्राप्ति होती है।
🌕 भुदान (भूमि का दान)
किसी भी जरुरतमंद या मंदिर आदि पवित्र काम के लिए भूमि का दान करने पर शुभ फल प्राप्त होता है।भूमिदान करने वाले व्यक्ति के परिवार में किसी को भी घर या रहने की जगह संबंधी परेशानी नहीं होती।
🌞 ~ *अपना पंचांग* ~ 🌞
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