कैसे करूं मैं सभी का धन्यवाद,सोचता रहा दिन भर;आपकी ये शुभकामनाएं,खुशनुमा बना देती दिन के हर पल को।कैसे करूं मैं साधुवाद,शब्दों में व्यक्त करना है मुश्किल इन पलों को।जन्मदिवस पर मिलने वाली ये शुभकामनाए
भगवान में रखते है सभी विश्वास,अपनी अपनी आस्था; कुछ साकार तो कुछ निराकार ,लेकिन रखते है अपनी अपनी आस्था।कुछ आस्थाओं पर चोट करते है, दुःख की घड़ी में वही ईश्वर से आस करते है;कुछ सुख आने पर आस्थाओं पर,दुष्टों के साथ मिल कर अट्टहास करते है;आने वाले कष्ट उन सभी दुष्टों को,ईश्वर