प्रधानमन्त्री श्री Narendra Modi जी ने आजलोकसभा में सभी की बोलती की बन्द, सभी शंकाओं केदिए जवाब, संसद को किया सम्बोधित,....जानिये प्रमुख-प्रमुख बातें....मनरेगा कांग्रेस की विफलताओं का जीता-जागता स्मारक, गाजे-बाजे के साथ स्मारक का ढोलपीटता रहूंगा-पता चलेगा कि इतने साल बाद भई गड्ढे खोदने परकिसने मजबूर किया-राष्ट्रपति ने देश की समस्याओं को अपने अभिभाषण मेंदिशा, गति दी-योजनाओं के नाम बदलने की भी बात कही गई,योजना का नाम बदलना मुद्दा नहीं-निर्मल भारत योजना पर स्वच्छ भारत योजना लानेका आरोप-मुद्दा है कि यह समस्या पुरानी है, ऐसे विषयों पर गर्वनहीं, आलोचना करनी चाहिए-विरासत में मिली समस्या के समाधान खोज रहे हैं-मुद्दा समस्या है, नाम नहीं. स्वच्छता हमारी एकसमस्या है, स्वच्छता हमारी मानसिकता से जुड़ी है,स्वच्छता अभियान उद्घाटन का काम नहीं-मां-बहनों को खुले में शौंच न जाना पड़े, रात के अंधेरेका इंतजार करना पड़ता है-स्वच्छता से सवा सौ करोड़ भारतीयों को जोड़ने की बातहोनी चाहिए-नाम यह रहे, वो रहे इससे ऊपर उठना होगा-अस्सी घाट पर मुलायम जी ने जो कहा, उससेसोचा कि उस पर हंसू या रोऊं-गांधी के बाद लोहिया स्वच्छ आंदोलन चलाया-देश सरकारें नहीं ,जनता बनाती है. सरकारें आती-जाती रहती हैं-विचारधारा आती-जाती है, मूलतत्व से देश चलता है-लोग कहते हैं कि दिल्ली में आपका क्या हुआ?-पंचायतों, निगमों, असम, पंजाब में हमारी भव्य विजय हुई-किसानों को भूमि अधिग्रहण बिलअच्छा लगा होता तो कांग्रेस का यह हाल न होता,किसान खुश होते तो कांग्रेस जीतती-भ्रष्टाचार ने देश को तबाह किया, राजनीतिक दायरे मेंइस पर चर्चा न हो-किसकी शर्ट ज्यादा सफेद, इस पर चर्चा होती रहेगी-नीति आधारित व्यवस्था होगी तो कमी की गुंजाइश कमरहेगी-हम लड़ते रहेंगे, माल खाने वाले माल खाते रहेंगे-हैरानी हुई जब CAG ने कोयला आवंटन में 1.86 हजारकरोड़ का आंकड़ा पाया था. कोयला आवंटन परजीरो थ्योरी चलती थी-11 नीलामी में अब तक एक लाख करोड़ से ज्यादा मिले-भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था हो सकती है, काले धनकी चर्चा से भी लोग कतराते थे, हमने देश को काले धनपर बोलने पर मजबूर किया-काले धन पर जिनके चेहरे के रंग उड़ते थे, उनके जिक्रकरने से आनंद हुआ-सुप्रीम कोर्ट ने काले धन पर एसआईटी बनाने को कहा,तब भी नहीं बनाई गई थी-हमने पहली कैबिनेट में काले धन पर एसआईटी बनाए-जी-20 में काले धन का मुद्दा, ड्रग्स का मुद्दा उठाया-पीएमजेटली ने स्विस सरकार को जानकारी देने परराजी किया, जानकारी का रास्ता खुला-कोई यह न सोचे कि हम बदले की भावना से कार्रवाईकर रहे हैं-देश की इच्छाशक्ति है, हम प्रयास कर रहे हैं-हमारे देश में पानी की कमी है, दुनिया भर मेंपानी की कमी है-सॉयल हेल्थ कार्ड का मंत्र- स्वस्थ धरा, खेत हरा-किसान पहले जाने कि जमीन की तबियत कैसी है-किसानों को मुसीबतों से निकालने के रास्ते खोजने होंगे-पर ड्रॉप, पर क्रॉप का मिशन-पेट्रोल-डीजल के दाम कम नहीं करने पर सवाल पूछे गएहैं-हम सरकार में आए तो सूखे की स्थिति थी, हर सरकारसूखे की स्थिति से गुजरी है-हमने सेल्फ अटेच की सुविधा लागू की,नागरिकों को लगा कि सरकार हम पर भरोसा करती है-हम लालफीताशाह कम करने का प्रयास कर रहे हैं-शासन के अनाप-शनाप खर्च को रोक रहे हैं. खर्च कमकरने के लिए कमीशन बनाया-मुसीबतों की जड़ छोटी-छोटी बातेंकाफी मजाक उड़ाया गया, कहा गया कि आपको संसदका वीजा दे रहे हैं-मेरी आलोचना के लिए बस यही मिला था? विदेश दौरे परपीएम का जाना जरूरी-नोबेल विजेता से स्टेम सेल पर बात की,आदिवासियों को बीमारी से निजात दिलानी है-दाल पर जानकारी के लिए ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक सेमिला था, दालों की देश में कमी, उत्पादन बढ़ाना जरूरीकेले की फसल पर जानकारी ली,देश की तड़प के लिए विदेश दौरे किए-देश का गरीब बैंक से दूर था, गरीबों के लिए जन-धनयोजना बनाई-बैंक अधिकारी गरीबों के घर तक गए-मेरे दिमाग में गरीब के नाम पर राजनीति नहीं.मनरेगा का पैसा भी जन-धन के जरिए खाते में जाएंगा-सवा चार लाख शौंचालय स्कलों में चाहिए, 1.5 लाख नएबनाने हैं-65 हजारटॉयलेट बनाने का काम हुआ- पीएम