होरी..
हम गिरि गेन भइया होरी मा,खुब रंगिगेन रंग अबीरी मा,जब सबै लोग रंग ख्यालै लाग,ह्रिदय इच्छा हमरेओ जाग,हम मचा दीन फिरि दउड़ भाग,सब रंगि दीन्हेन लरिका हमका,तब पत्नी का गुस्सा भड़का,उई मुहिं ते मिर्चा दई मारेन,धरि बंदूक की गोली मा, हम गिरि गेन भइया होली मा......खुब रंगि..जब बकि लीन्हेन जिउ भरि हमका,तौ तमक