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मैं जो लिखू सदा उसकी तुम जुबा बनो ख़त्म ना हो वो मेरी निशानी गढ़ो तुम बनो हा तुम मेरी भार्या बनो अमर प्रेम की एक नयी तुम कहानी गढ़ो

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