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रमाकांत पंड़ित की डायरी

रमाकांत पंड़ित

3 अध्याय
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ramakant pandit ki dir

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पुस्तक के भाग

1

स्कूल वाली दोस्त भाग 1

27 मार्च 2022
6
5
3

में उसे देखते ही पहचान गया चहरे पर प्रसन्नता लिये में उसकी डेस्क के पास गया , डेस्क के पास देखते ही उसने मुझे सर कह कर संबोधित किया, उसके सर कहते ही मुझे कुछ अजीब लगा, साथ ही बैंक में आने का कारण भी य

2

दाढ़ी का सफेद बाल

30 मार्च 2022
5
2
3

दोस्त का कॉल आया सुन प्राइवेट बैंक में केशियर का पद खाली है ,करेगा क्या ? मस्त सैलरी है।  मैंने कहा तेरी दाढ़ी में सफेद बाल आ गए हैं ना ?  उसने कहा क्या ?  मैंने कहा तू सुबह 8:30 -9 बजे जाता ह

3

अधूरी , आंखे

30 मार्च 2022
6
2
4

आंखों से बरसती है जो कभी, आंखों में बसा करती थी वो कभी, आंखों से झलका करती थी जो कभी, आंखों से बचा करती है वो अभी, आंखों से ही बयां करती थी जो, आंखों में ही गुम है अभी, "मेरी अधूरी कहानी" Ramakant pan

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