नायाब ख़ुबसूरती
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वो कोहिनूर अब नायाब हो गया जो नूर हर रोज़ उसकी आँखों में दिखता था अब वो आँसुओ का तालाब हो गया अनेकों रहस्य तो आज भी देखने को मिलते है उसकी मुस्कान में जो चेहरा कभी ख़ुबसूरती का ताज हुआ करता था अब उस चेहरे पर झूठी ख़ुशी का नक़ाब हो गया
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नायाब ख़ुबसूरती
यह एक शायरी की किताब है जिसमें टूटे दिल से शुरू हुई शायरी कई कहानियाँ बया करेंगी और फिर अपनी प्यार भरी दास्तां सुनायी जायेंगी
नायाब ख़ुबसूरती
यह एक शायरी की किताब है जिसमें टूटे दिल से शुरू हुई शायरी कई कहानियाँ बया करेंगी और फिर अपनी प्यार भरी दास्तां सुनायी जायेंगी
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