प्यार की आधी अदूरी सी कहानी जो मझधार में जा रुक जति है आखो से आँसू ना निकाल पाते दिल मे एक सैलाब सी है बहती हर दम
0.0(0)
4 फ़ॉलोअर्स
6 किताबें
अजनबियों के सिलसिले से सुरु हुई तेरी मेरी कहानीजाकर अजनबियों में ही खत्म हो गईंप्यार का एक पैग़ाम लेकर आए इस पल ने मेरीपूरी ज़िंदगी को ही बदल के रख दीआसुओ में आँसू दे गए खुसियो का के पल सारेछिन मुझे मुझ
प्यार की सारे हदे भूल बैठी हु मैंप्यार जताना नही आता मगर प्यार बेइंतहा हैतुम्हरे खुसियो के लिए कह तो दिया जाओ तुमहम तुम्हारे बिन जो लगे बस खुस तुम रहोमगर ये इश्क़ का दस्तूर है कि कभी कभी उसकीकमी महसूस