सर्दी आई
गर्म दिन की हो रही विदाई
ठंडे मौसम की ऋतु आई,
गर्म लबादे कम्बल रजाई
निकालो बाहर सब भाई।
डंडी हवा और गुलाबी आभा
सुबह सुबह से है टकराई,
कहीं दूर भी नजराने कोहरा
पास यह पत्ती पर बूंद ओस की आई,
मोती सी दमके नजरों में
सुहाने मौसम की ऋतु आई।
-सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान