जब देश सोने की चिड़या कहलाता था तब देश में मुगल आये अंग्रेज आये ओर देश को लूट कर चले गये । और तब का हिंदुस्तान कुछ न कर सका । आज फिर एक बार भारत सोने की चिड़या बनने जा रहा 5000 मिलियन की इकॉनोमी भारत की होने जा रही है मगर वही एक बार फिर देश को विदेशों के द्वारा लूटा जा रहा है और आज का भारत भी कुछ नही कर पा रहा है । जी हां मैं आज देश के बाहर से संचालित उन पचासों सट्टा एप्लिकेशन की बात कर रहा जो भारत मे खुल्ले तोड़ पर चल रही । जिससे की जनता , खास कर युवा और बेरोजगारी से परेशान युवा जल्दी प्रभावित हो रहे है । जैसा कि भारत मे स्पष्ट रूप सट्टे को परिभाषित किया गया है कि सट्टे से परिवार के परिवार उजड़ जाते है ,बर्बाद हो जाते है और पैसा दाव पर लगाने वाला अपना सुख , अपना जीवन सब दाव पर लगा देते है । और इसलिए देश मे सट्टा गैरकानूनी है । मगर आज ये गैरकानूनी कहने मात्र को रह गया है । सरकार आंख बनकर अपने देश को अपनी जनता को बर्बाद होते हुए देख रही है । आज फिर विदेशी लुटेरे आये है आज फिर हिंदुस्तान मजबूर दिख रहा है । मगर जब चाइना के ,पाकिस्तान के , एप्प्स को बंद किया जा सकता तो ये बाहर से संचालित देश मे सट्टा एप्लिकेशन को क्यों नही बैंड किया जा सकता है । ओर ऐसी एप्लिकेशन में करोडों रुपये की लेने देन ऑनलाइन हो रही है मतलब ये है इसमें भारत की कई कंपनियां, कई खाता धारक गैरकानूनी ठंग से सट्टे खेलने वालों के पैसे अपने खाते में जमा करते है और उसे फिर गैरकानूनी ढंग से भारत के बाहर भेजते है और इस तरह देश का पैसा विदेशों में जा रहा है । भारत पर एक बार फिर से विदेशी लुटेरों की नजर है । " जिंदगी मौत न बन जाये संभालो यारो.. खो रहा चैनों अमन , मुश्किलों में है वतन ...😢
0 फ़ॉलोअर्स
1 किताब