गतांक से आगे:-
पूरे गांव में भानूप्रताप को ढूंढता हुआ हीरा ठाकुर वापिस थाने आ जाता है, जहां इन्स्पेक्टर शक्तिनाथ हीरा ठाकुर से पूछता है - आज कहां थे तुम और भानूप्रताप और केस का कुछ पता चला। हीरा ठाकुर - साहब, भानूप
चाय पीते हुए भानू प्रताप भारी आवाज में सोना से पूछता है - वहां बगीचे के किनारे मैंने अभी जंगली सुअर का गोली लगा सिर और हड्डियां देखी हैं। उसके बारे में क्या कहोगी? इस पर सोना कुछ नहीं बोलती। भानू प्र
दो बार आजीवन कारावास की सजा पाने वाले स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर... विनायक दामोदर सावरकर स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ कवि और लेखक भी थे । सावरकर दुनिया के शायद अकेले स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्
वीर सावरकर का भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान रहा है. 28 मई 1883 को जन्में सावरकर का आज जन्मदिवस है. वैसे तो वीर सावरकर भारत में कई बार हीरो तो कई बार विलेन के तौर पर पेश किए जाते हैं. लेकिन
देश की आजादी के लिए ,हर किसी का किरदार है।लोग उसे बदनाम करे या आबाद , यह मानव का व्यवहार है।।किन परिस्थितियों में उन्होंने, अपने आप को समर्पित किया था।एक-एक बूंद जल को तरसे , ऐसा संघर्ष मोल लिया था। ।