आज जिंदगी ऐसे मुकाम पर खड़ी है ,जहा childhood को प्यार चाहिए, teenage को हर दुख, दर्द,अपमान का बदला और adulthood को बस peace चाहिए।
शब्द ही सबसे बड़े गुरु हैं । कभी गौर कीजियेगा । गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाएं बलिहारी गुरु आपकी, जिन गोविंद दियो बताय । उपरोक्त में "बताय" शब्द का क्या मतलब है। किसी ने बताया।
हर वर्ष 15 अगस्त पर हम,आज़ादी का जश्न मनाते हैं;पर ये आज़ादी कैसे पाई,क्या इसका ध्यान रख पाते हैं।बहुतेरे वीर शहीद हुए,बहुतों ने वीरगति पाई;कुछ ऐसे वीर दीवाने थे,जिनसे अंग्रेज सरकार भी घबराई।बटुकेश्वर द
इश्क की पहली शर्त कि कोई शर्त ना हो 🌹 @नील पदम्
सभी देशवाशियों को 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं आज हम 77 वे वर्षगांठ स्वतंत्रता दिवस मनाने के पायदान पर पहुच गए है।यह शुभ अवसर और भी खास है क्योंकि हम हर साल तो हम 15 अगस्त मना
परिचय: हर साल 15 अगस्त को, भारत के लोग स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, जो उस ऐतिहासिक अवसर को चिह्नित करता है जब देश को 1947 में ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। जैसा कि हम अपना 77वां स्वतंत्रता द
मशहूर गायिका मैरी मिलबेन ने इस मौके पर एक खास वीडियो शेयर कर भारत को 77वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी. अफ्रीकी-अमेरिकी कलाकार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह प्रधान मंत्र
कौन कहता है, सो रहा है शहर, कितने किस्से तो कह रहा है शहर। किसी मजलूम का मासूम दिल टूटा होगा, कितना संजीदा है, कितना रो रहा है शहर। ये सैलाब किसी दरिया की पेशकश नहीं, अपने ही आँसुओं में बह
इसकी तामीर की सज़ा क्या होगी, घर एक काँच का सजाया हमने । मेरी मुस्कान भी नागवार लगे उनको, जिनके हर नाज़ को सिद्दत से उठाया हमने । वक़्त आने पर बेमुरव्वत निकले, वो जिन्हें गोद में उठाया हमने । सितम
मत कहो नहीं, आज मुझसे कोई तस्वीर रंगने को मत कहो। क्योंकि, हर बार जब मैं ब्रश उठाता हूँ, और उसे रंग के प्याले में डूबता हूँ; उस रंग को जब कैनवास के धरातल पर सजाता हूँ; तो सिर्फ एक ही
मुझे भरोसा है अपने ईष्ट देव पर। वो एक दिन जरूर वापस आयेंगे। कुमाऊँ रेजिमेंट में भर्ती हुए अभी उनको पूरे ढाई साल भी नहीं हुए हैं और आर्मी वाले कहते हैं कि गायब हो गये...
भीगे मन को भीगा सावन, सूखा-सूखा लगता है । मूक अधर, सूनी नजरों से, चौपाल भला कब सजता है । आँखों की कोरें भीगी हों तो क्या करना सावन का, मन में यदि न उम्मीदें हों तो क्या करना सावन का,
दो बार आजीवन कारावास की सजा पाने वाले स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर... विनायक दामोदर सावरकर स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ कवि और लेखक भी थे । सावरकर दुनिया के शायद अकेले स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्
इतिहास के पन्नों में एक नायक का उदय हुआ, सुखदेव थापर, एक ऐसा नाम जो हमेशा चमकता रहे। अटूट भावना और साहस के साथ इतना सच्चा, उन्होंने आजादी के लिए, मेरे लिए और आपके लिए लड़ाई लड़ी। भारत के एक देशभक्
जलियांवाला बाग हत्याकांड भारत की आजादी के इतिहास की वो घटना है, जिसके बारे में सोचने पर भी रूह कांप जाती है. 13 अप्रैल 1919 को ये दुखद घटना घटी थी, जब पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर से कुछ ही दू
जलियांवाला बाग हत्याकांड: भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक दुखद मोड़ जलियांवाला बाग हत्याकांड, जिसे अमृतसर नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है, एक दुखद घटना थी जो 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग,
देश की रक्षा करते सीमा पर तैनात रहते कुल का नाम रोशन करते है कौन जो मर मिटते। घर होकर भी बेघर रहते रात में जागरण करते निगाहो से निगाहे रखते है कौन जो मर मिटते। शक होन
महात्मा गांधी की जीवनीप्रथम महायुद्ध के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम एवं राजनीति में अनेक गुणात्मक परिवर्तन आए महात्मा गांधी यह गुणात्मक परिवर्तन करने वाले राष्ट्रीय नेताओं में अग्रणी थे 1919 के बाद
कलम के सिपाही गणेश शंकर विद्यार्थी के जन्मदिवस (26 अक्टूबर) परयह समय ऐसा है जब फ़ासिज्म का काला घटाटोप समाज के ऊपर छाया हुआ है, हर बेहतर चीज पर धूल-राख डाली जा रही है, आज़ाद विचारों का गला घोंटा जा रह
शहीद सुखदेव के जन्मदिवस (15 मई ) के अवसर पर....भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ‘सुखदेव’ ऐसा नाम है जो न सिर्फ़ देशभक्ति बल्कि साहस और कुर्बानी का भी प्रतीक है। 23 मार्च 1931 के दिन सुखदेव को उनके दो क्रा