सदा फूलता फलता भगवन आपका ये परिवार रहे
आपस में हो प्यार सभी का , और आप से प्यार रहे !
कर मिथ्या अभिमान न मन से, जीवो का अपमान करे !
सभी जनो की तन-मन - धन से ,सेवा और सम्मान् करे !!
प्रभु आपकी आज्ञा माने ,सबसे प्रेम का व्यव्हार करे !
सदा फूलता फूलता भगवन !. ..........
दुनियादारी रहे चमकति ,धर्म निभाने वाले हो !
सेवा के सान्चे में सबने , जीवन अपने ढाले हो !!
बच्चा - बच्चा हर परिवार का ,बनकर श्रवण कुमार रहे !
सदा फूलता फूलता भगवन !. ..........
बने रहे संतोषि सारे ,जीवन के हर काल में !
हाल - चाल हो सबका ऐसा ,मस्त रहे हर हाल में !!
जिव्ह्य पर हर पल भगवन ! तेरा ही नाम रहे !
सदा फूलता फूलता भगवन !. ..........
माता - पिता परिवार सभी को ,माने हम उपकार तेरा !
सबमें तू ही समाया ,देखा हर प्राणी में प्यार तेरा !!
नजरो में हम रहे आपके ,आफत हमसे दूर रहे !
सदा फूलता फूलता भगवन !. ..........
अम्रुत् जेसी वाणी हो, भले करे सब काम !
तुमसे करे ने कोई शिकवा ,करे तेरा गुणगान !!
जीवन की अब आस यही,चरणो में तेरे नमन रहे !
सदा फूलता फूलता भगवन !. ..........
( इस कविता की रचना गोपालदास ने कि है ...जो की एक रत्न व्यवसायी है. .)