एच.आई.वी
मेरा भी जब जन्म हुआ था , घर में ढोल बजा था माँ ने प्रसव किया जिस घर में, घर भी खूब सजा थाखुशियाँ घर-आँगन में दौडी, रत्ती भर अवसाद नहीं थाइकलौती संतान थी शायद, इसीलिए प्रतिवाद नहीं थाबचपन सुखमय रहा, न जाना कब बीत गया थावय-किशोर का अनुपम-अनुभव मेरे लिए नया थाअल्प-वयस्क हो गयी सगाई, पति का साथ मिला थाअ