बदलता परिवेश ,
परिवर्तित सी परिभाषा ,
पर्व परिपाटी पुरातन ,
परिष्कृत आशा !
सनातन निर्वहन ,
उत्सव दीप दानों का !
प्रकाशित अविरल ,
रहेगा चाँद तारों सा ! !
30 अक्टूबर 2016
बदलता परिवेश ,
परिवर्तित सी परिभाषा ,
पर्व परिपाटी पुरातन ,
परिष्कृत आशा !
सनातन निर्वहन ,
उत्सव दीप दानों का !
प्रकाशित अविरल ,
रहेगा चाँद तारों सा ! !