shabd-logo

श्याम जांगड़ा

hindi articles, stories and books related to shyam-jangra


काले बादल की शान बनी तेरी ज़ुल्फो से है शाम ढली, तेरे नज़रो से जो तीर चले उन से है सुनसान गली, चाँद किनारे तारा हो कुछ यूं बैठा है तिल तेरे गाल पर छांट छांट के शब्द लिखू तुझे दिए रब के हुस्न कमाल पर।

संबंधित किताबें

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए