सत्य और सत मे एक मूलभूत अंतर है, सत्य सदा तात्कालिक रूप से परिभाषित होता है। जबकि सत सदा सर्व कालिक रूप से परिभाषित होता है। आवश्यक नही कि सत्य सत हो ही, किन्तु सत सदा सत्य ही होता है। सत्य की सीमाए व्यक्तिपरक होती हे ,सत की वस्तुनिष्ठ।
8 सितम्बर 2022
सत्य और सत मे एक मूलभूत अंतर है, सत्य सदा तात्कालिक रूप से परिभाषित होता है। जबकि सत सदा सर्व कालिक रूप से परिभाषित होता है। आवश्यक नही कि सत्य सत हो ही, किन्तु सत सदा सत्य ही होता है। सत्य की सीमाए व्यक्तिपरक होती हे ,सत की वस्तुनिष्ठ।