shabd-logo

विकासशील

7 सितम्बर 2022

12 बार देखा गया 12

विकासशील 

शब्द बडा च्यारा है, 

सत्तारूढ से विपक्षियो तक 

सबका राजदुलारा है, 

सत्तारूढ देश को विकासशील बताते है, 

विपक्षी सत्तारूढ को विकासशील बताते है। 

जनता बेचारी  

न विकास देख पा रही है 

ना ही शील बचा पा रही है 

उसका कहना सिर्फ इतना है , 

चाहे शील का विकास करो 

या विकास शील से करो । 

सिर्फ विकासशील मत कहो।

धनंजय इन्दुरकर की अन्य किताबें

1

प्रगतिशील - कविता.

6 सितम्बर 2022
0
0
0

प्रगतिशील  लोग हमे प्रगतिशील कहते है, और हम शील छोड प्रगति की ओर वढते है. बात सच भी है, प्रगति पहले शील बाव मे है ,  ध्यान यह रखना होगा   कही शील की परगति ना हो जाए .  कुछ लोग अलग सोचते है  शील

2

विकासशील

7 सितम्बर 2022
0
0
0

विकासशील  शब्द बडा च्यारा है,  सत्तारूढ से विपक्षियो तक  सबका राजदुलारा है,  सत्तारूढ देश को विकासशील बताते है,  विपक्षी सत्तारूढ को विकासशील बताते है।  जनता बेचारी   न विकास देख पा रही है  ना

3

कृष्ण

8 सितम्बर 2022
0
0
0

कृष्ण अर्थात कुछ नही , किसी का नही, परन्तु सब मे समाहित सबसे सम्मोहित, काला कृष्ण नाम हो या वर्ण यथाकि उसमे कुछ नही, कुछ नही होन ही क्या कृष्ण होता है? संभवतः।    वही श्वेत सभी तो है उसमे सभी वर्णो की

4

कृष्ण

8 सितम्बर 2022
0
0
0

कृष्ण अर्थात कुछ नही , किसी का नही, परन्तु सब मे समाहित सबसे सम्मोहित, काला कृष्ण नाम हो या वर्ण यथाकि उसमे कुछ नही, कुछ नही होन ही क्या कृष्ण होता है? संभवतः।    वही श्वेत सभी तो है उसमे सभी वर्णो की

5

सत् और सत्य

8 सितम्बर 2022
0
0
0

सत्य और सत मे एक मूलभूत अंतर है, सत्य सदा तात्कालिक रूप से परिभाषित होता है। जबकि सत सदा सर्व कालिक रूप से परिभाषित होता है। आवश्यक नही कि सत्य सत हो ही, किन्तु सत सदा सत्य ही होता है। सत्य की सीमाए व

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए