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Tribhuvan Gautam के बारे में

He is Tribhuvan Gautam s\o Shiv Lal ,born and brought in Shekhpur Rasoolpur Chail Kaushambi Utter Pradesh India.He is a B.sc graduate from Kanpur University.He is a greater interest towards educational field,social work and writing.According to him writing is all about sharing feelings in word.In short just Feel it.Its all about feelings.

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Tribhuvan Gautam की पुस्तकें

शब्दों का जादू....त्रिɓհմϖαη

शब्दों का जादू....त्रिɓհմϖαη

1)#त्रिɓհմϖαη 😊लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें, लेकिन वो कभी नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर करें…!!🙏🙏 2)#त्रिɓհմϖαη याद है कुछ पाने की यादें हैं कुछ होने की । यादें हैं कुछ खोने की। अब तो डर लगता है कि मुझे कुछ हो ना जाए हसीं बन कर रह जाऊं जमाने की 3)#

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शब्दों का जादू....त्रिɓհմϖαη

शब्दों का जादू....त्रिɓհմϖαη

1)#त्रिɓհմϖαη 😊लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें, लेकिन वो कभी नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर करें…!!🙏🙏 2)#त्रिɓհմϖαη याद है कुछ पाने की यादें हैं कुछ होने की । यादें हैं कुछ खोने की। अब तो डर लगता है कि मुझे कुछ हो ना जाए हसीं बन कर रह जाऊं जमाने की 3)#

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डॉ भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सत् सत् नमन

डॉ भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सत् सत् नमन

*😢😢6 दिसम्बर 1956 राजधानी दिल्ली, रात के 12 बजे थे।* 🌗🌗 *☎️रात का सन्नाटा और अचानक दिल्ली, मुम्बई, नागपुर मे चारों ओर फोन की घण्टियाँ बज रही थी।* *🤫राजभवन मौन था,* *🤫संसद मौन थी,* *🤫राष्ट्रपति भवन मौन था।* *👨‍🦰👩‍🦰हर कोई कशमकश मे था।* *🔥शायद कोई

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डॉ भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सत् सत् नमन

डॉ भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर सत् सत् नमन

*😢😢6 दिसम्बर 1956 राजधानी दिल्ली, रात के 12 बजे थे।* 🌗🌗 *☎️रात का सन्नाटा और अचानक दिल्ली, मुम्बई, नागपुर मे चारों ओर फोन की घण्टियाँ बज रही थी।* *🤫राजभवन मौन था,* *🤫संसद मौन थी,* *🤫राष्ट्रपति भवन मौन था।* *👨‍🦰👩‍🦰हर कोई कशमकश मे था।* *🔥शायद कोई

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महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

@त्रिɓհմϖαη सुनो डियर #😘 तुम जहां कहीं भी हो चुपचाप रजाई में पड़ी रहो. बाहर बहुत ठंडी है निकलने की कौनो जरूरत ना है और ना ही तोहरे सोने से कौनो काम रुका हुआ है, समझीं..!! दो के बजाय तीन चाय पी लो लेकिन रजाई से निकलना तभी जब मौसम तनिक सा गरम हो. अगर

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महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

महंगे ख्वाब - लभ करेजा ऐनी

@त्रिɓհմϖαη सुनो डियर #😘 तुम जहां कहीं भी हो चुपचाप रजाई में पड़ी रहो. बाहर बहुत ठंडी है निकलने की कौनो जरूरत ना है और ना ही तोहरे सोने से कौनो काम रुका हुआ है, समझीं..!! दो के बजाय तीन चाय पी लो लेकिन रजाई से निकलना तभी जब मौसम तनिक सा गरम हो. अगर

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यादें...2015 बैच

यादें...2015 बैच

दोस्तों आज कि कहानी में मैं आपको एक फनी मोमेंट के बारे मे बताता हूँ.... बात हमारे कॉलेज एम•आर• शेरवानी इंटर कॉलेज सल्लाहपुर इलाहबाद जो अब प्रयागराज हो गया है तब कि है। हम 2015 बैच के स्टूडेंट थे कॉलेज मे हमारा लास्ट ईयर था।सारे स्टूडेंट अपनी तैयारी म

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यादें...2015 बैच

यादें...2015 बैच

दोस्तों आज कि कहानी में मैं आपको एक फनी मोमेंट के बारे मे बताता हूँ.... बात हमारे कॉलेज एम•आर• शेरवानी इंटर कॉलेज सल्लाहपुर इलाहबाद जो अब प्रयागराज हो गया है तब कि है। हम 2015 बैच के स्टूडेंट थे कॉलेज मे हमारा लास्ट ईयर था।सारे स्टूडेंट अपनी तैयारी म

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School Life

School Life

School Life.... स्कूल लाइफ की बात ही कुछ और थी हमारी। पहले दिन से ही स्कूल मे दाखिले के दिन से ही नए नए दोस्त बनना जिसे हम जानते भी नहीं थे वो मिलते है यहाँ । और वही लोग कब लाइफ का हिस्सा बन जाते हैं पता भी नहीं चलता लेकिन जो भी है जब भी मैं अपनी स्क

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School Life.... स्कूल लाइफ की बात ही कुछ और थी हमारी। पहले दिन से ही स्कूल मे दाखिले के दिन से ही नए नए दोस्त बनना जिसे हम जानते भी नहीं थे वो मिलते है यहाँ । और वही लोग कब लाइफ का हिस्सा बन जाते हैं पता भी नहीं चलता लेकिन जो भी है जब भी मैं अपनी स्क

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स्वामी विवेकानन्द___

स्वामी विवेकानन्द___

Part:- 1 दोस्तों मैं एक साइंस का स्टूडेंट रहा हूँ।इसलिए मेरा ज्यादा झुकाव साइंस कि तरफ ही है।फिर भी मैं हिस्टॉरिकल चीजों पर लिखना मुझे अच्छा लगता है और वो महत्वपूर्ण विचारऔर किये गए काम जो दूसरों से अलग करती हो । और जब से मैं कॉम्पीटिशन कि तैयारी कर

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स्वामी विवेकानन्द___

स्वामी विवेकानन्द___

Part:- 1 दोस्तों मैं एक साइंस का स्टूडेंट रहा हूँ।इसलिए मेरा ज्यादा झुकाव साइंस कि तरफ ही है।फिर भी मैं हिस्टॉरिकल चीजों पर लिखना मुझे अच्छा लगता है और वो महत्वपूर्ण विचारऔर किये गए काम जो दूसरों से अलग करती हो । और जब से मैं कॉम्पीटिशन कि तैयारी कर

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धनहीन जीवन - एक अभिशाप

धनहीन जीवन - एक अभिशाप

धनहीन जीवन -एक अभिशाप____ वास्तव में धनहीनता एक अभिशाप ही है क्योंकि बिना धन का इंसान क्या कर सकता है।ना ही वो अपनी जरुरतें पूरा कर पायेगा और ना ही अपने परिवार का भरण पोषण कर पायेगा। और जब ये सब कुछ इंसान से दूर हो जाते है तो वो इंसान एक अपाहिज या म

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धनहीन जीवन - एक अभिशाप

धनहीन जीवन - एक अभिशाप

धनहीन जीवन -एक अभिशाप____ वास्तव में धनहीनता एक अभिशाप ही है क्योंकि बिना धन का इंसान क्या कर सकता है।ना ही वो अपनी जरुरतें पूरा कर पायेगा और ना ही अपने परिवार का भरण पोषण कर पायेगा। और जब ये सब कुछ इंसान से दूर हो जाते है तो वो इंसान एक अपाहिज या म

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सुभाष चंद्र बोस____

सुभाष चंद्र बोस____

Part:- 1 दोस्तों मैं एक साइंस का स्टूडेंट रहा हूँ।इसलिए मेरा ज्यादा झुकाव साइंस कि तरफ ही है।फिर भी मैं हिस्टॉरिकल चीजों पर लिखना मुझे अच्छा लगता है और वो महत्वपूर्ण विचारऔर किये गए काम जो दूसरों से अलग करती हो। सुभाष चंद्र बोस एक बड़ा नाम देश की आज

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सुभाष चंद्र बोस____

सुभाष चंद्र बोस____

Part:- 1 दोस्तों मैं एक साइंस का स्टूडेंट रहा हूँ।इसलिए मेरा ज्यादा झुकाव साइंस कि तरफ ही है।फिर भी मैं हिस्टॉरिकल चीजों पर लिखना मुझे अच्छा लगता है और वो महत्वपूर्ण विचारऔर किये गए काम जो दूसरों से अलग करती हो। सुभाष चंद्र बोस एक बड़ा नाम देश की आज

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RANI LUXMI BAI - #त्रिɓհմϖαη

RANI LUXMI BAI - #त्रिɓհմϖαη

रानी लक्ष्मीबाई का जन्म काशी मे 19 नवम्बर 1835 को हुआ।इनके पिता मोरोपंत ताम्बे चिकनाजी के आश्रित थे।इनके माता का नाम भागीरथी बाई था। रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मनु बाई था,मनु की उम्र मात्र 4 साल ही थी जब उनकी माताजी का निधन हो गया था और इसके बाद

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RANI LUXMI BAI - #त्रिɓհմϖαη

RANI LUXMI BAI - #त्रिɓհմϖαη

रानी लक्ष्मीबाई का जन्म काशी मे 19 नवम्बर 1835 को हुआ।इनके पिता मोरोपंत ताम्बे चिकनाजी के आश्रित थे।इनके माता का नाम भागीरथी बाई था। रानी लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मनु बाई था,मनु की उम्र मात्र 4 साल ही थी जब उनकी माताजी का निधन हो गया था और इसके बाद

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Bhoot Bangla-(त्रिɓհմϖαη)

15 मार्च 2022
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और एक दिन दो दोस्तों मे शर्त लगी की अकेले कौन जाएगा तो पहले एक दोस्त उसी तरह अकेले दिवाल तरफ से उसी थिएटर मे पंहुचा और पूरी सेकंड स्टोरी और छत पर भी जाकर वहाँ से इशारा किया और चला आया और ऐसे ही दोबारा

@त्रिɓհմϖαη___और आचार संहिता

26 फरवरी 2022
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बात सिर्फ इतनी सी है जैसे एक अध्यापक अपने स्टूडेंट्स को पढ़ाता है तब तक वो उन्हें वो सारा कुछ बताता है जो उन्हें नहीं आता या जो पूछते है।उसी बीच उसी अध्यापक का ड्यूटी एग्जाम कराते समय हो तो वो अध्यापक

Part-2

6 दिसम्बर 2021
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7 मार्च 1854 को झाँसी पर अंग्रेजो का अधिकार हो गया।<div>रानी मनु ने ब्रिटिश सरकार की तरफ से मिलने वा

Part-2

6 दिसम्बर 2021
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शब्दों का जादू- पार्ट 2

16 नवम्बर 2021
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स्वामी विवेकानन्द___पार्ट-2

1 नवम्बर 2021
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Part:-2<div>वैसे मैं धार्मिक चीजों पर कम ही लिखना पसंद करता हूँ।लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है की

सुभाष चन्द्र बोस___पार्ट-3

1 नवम्बर 2021
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सुभाष चंद्र बोस___पर्त्-2

1 नवम्बर 2021
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यादें...2015 बैच 2nd पार्ट

27 अक्टूबर 2021
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कॉलेज का वो आखिरी साल 2015 बैच

27 अक्टूबर 2021
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<b>दोस्तों आज कि कहानी में मैं आपको एक फनी मोमेंट के बारे मे बताता हूँ....</b><div><b>बात हमारे कॉले

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