बहूत ख़ुशनसीब होंगे वो दीवाने,
जिन्हें तुम्हारी मुस्कान मिल जाती होगी ।।
उनकी शाम मस्तानी होती होगी,
जिन्हें तुम्हारी एक झलक दिख जाती होगी ।।
देख तुम्हे यूँ मुझे लगता है,
तुम वो फूल हो जिसे पाने की कोशिश में,
हाजारों भबरो की रोज जान जाती होगी ।।
चाँद मलाल करता होगा अपनी चाँदनी पे,
जब चकोरो की भीड़ तुम्हें देखने की खातिर
तुम्हारे गली के चक्कर लगाती होगी ।।
हाँ सच है, हम भी हैं दीवाने तुम्हारे,
गुजरती हो जँहा से तुम हर रोज,
आस लगाए, खड़े रहतें हैं हम भी उसी चौराहे,
पर सैकड़ो की भीड़ में,
तुम हमें कंहाँ पहचान पाती होगी ।।
तुम आती हो, एक नज़र देखती हो,
फिर चुप चाप चली जाती हो
जानते है... मायने कुछ नही इसके,
फिर भी दिल को लगता है,
ये कोई इशारा है... तुम्हारा
यूँ तिरछी नज़रो से देखना,
हम ही नही समझ पाते होंगें,
तुम हमें ही बुलाती होगी ।।
हर पल तुम्हे सोचते हैं, तुम्हें ही याद करते हैं,
झूठ मत कहना...
हिचकी तो तुम्हे बहुत आती होगी ।।
नामुमकिन सा है तुम्हे पाना, फिर भी,
ये जिद्दी दिल चाहता नही हार मानना,
हर दिन तुम्हें ही पुकारता है
हज़ारों दिलो की तराह...,
सोचते हैं...
बड़ा खूबसूरत होगा वो दिल जिसकी पुकार
तुम्हारे दिल तक जाती होगी ।।