बना के काहे पछतायो।काहे मनवा को तूने बनायो, बनाके काहे पछतायो।जहरीले नागन को बीन बजाकर पिटारे में फ़सयो।दौड़ते भागते जानवरो के मुख में लगाम लगायो।जंगल मे देने वाली दहाडो को पिंजरे में फ़सयो।विशाल काय शरीर वाले को अपनी सवारी बनायो।घास फूस पेड़ काट झोपड़ी, तरास पत्थर का महल बनायो।पढ़ लिखकर चला दिमाग और न जा