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उस दिन

19 अप्रैल 2022

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मद से लहराते क़दमों को
अनजान सी किसी डगर पर
मोड़ा था तुमने
जिस दिन ,
सागर की गहराई को
दर्द की उठती लहरों से
तौला था हमने
 उस दिन

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रचनाएँ
पंखुड़ियां
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उस दिन

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मद से लहराते क़दमों कोअनजान सी किसी डगर परमोड़ा था तुमनेजिस दिन ,सागर की गहराई कोदर्द की उठती लहरों सेतौला था हमने उस दिन

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25 अप्रैल 2022
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